
शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में पहली बार भारत और पाकिस्तान के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी और रक्षा मंत्री एक साथ मंच साझा करेंगे। यह बैठक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच पहली आधिकारिक उच्चस्तरीय उपस्थिति मानी जा रही है, जिसे लेकर दोनों देशों के बीच पहले से ही तनाव का माहौल बना हुआ है।
भारत की ओर से:
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
- राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल
पाकिस्तान की ओर से:
- रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ
- NSA आसिम मलिक
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली आमने-सामने मौजूदगी
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की ओर से की गई एक सीमापार जवाबी कार्रवाई थी, जिसे पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम के रूप में देखा गया। इस ऑपरेशन के बाद भारत ने:
- इंडस वॉटर ट्रिटी को निलंबित कर दिया।
- अटारी-वाघा सीमा पर प्रतिबंध लगाए।
- पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीज़ा और पर्यटक पास बंद कर दिए।
SCO बैठक का महत्व
यह बैठक साझा मंच पर सहयोग और वार्ता की संभावना को जन्म देती है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, भारत-पाक के बीच कोई द्विपक्षीय वार्ता तय नहीं है। दोनों देश केवल SCO के साझा एजेंडे पर ही चर्चा करेंगे, जिसमें आतंकवाद, सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता जैसे मुद्दे शामिल हैं।
भारत का रुख
भारत ने साफ किया है कि आतंकवाद के मुद्दे पर “कोई समझौता नहीं होगा”, और बातचीत केवल तभी आगे बढ़ सकती है जब पाकिस्तान अपने रुख में बदलाव लाए।