
बांग्लादेश के ढाका स्थित खिलखेत इलाके में दुर्गा मंदिर को सरकारी बुलडोजर से गिराए जाने को लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आलोचना सामने आई है। भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने इसे “अल्पसंख्यकों के धार्मिक अधिकारों की सुरक्षा में विफलता” करार दिया और असंवैधानिक कदम बताते हुए बांग्लादेश की अंतरिम सरकार पर तीखे आरोप लगाए ।
वहीं, बांग्लादेश सरकार ने इसका बचाव करते हुए कहा कि मंदिर गैरकानूनी रूप से रेलवे की जमीन पर बना था और “अनधिकृत संरचनाओं को हटाना नियमित एवं वैध प्रशासनिक कार्य” था । सरकार ने इसे “शांति पूर्ण निकासी” बताया और आरोप लगाया कि कुछ चरमपंथियों ने मंदिर गिरवाने की आवाज़ उठाई थी ।
इस विवाद ने धार्मिक स्वतंत्रता और अल्पसंख्यक संरक्षण के मुद्दों को पुनः उभारा है। भारत ने तुरंत कदम उठाने और हिन्दू समुदाय के धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की बांग्लादेश से मांग की है ।