
अहमदाबाद के पास हुए एयर इंडिया के ट्रेनिंग विमान हादसे की शुरुआती जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। DGCA की रिपोर्ट के मुताबिक विमान के दोनों इंजन अचानक बंद हो गए थे। यह हादसा 9 जून को हुआ था, जब पायलट्स ट्रेनिंग के दौरान सिमुलेटेड ड्यूल इंजन फेल्योर एक्सरसाइज कर रहे थे।
DGCA के अधिकारियों के अनुसार, पायलट्स ने इस अभ्यास को सही ढंग से नियंत्रित नहीं किया। इस वजह से विमान ने ऊंचाई खो दी और जमीन से टकरा गया। हालांकि यह राहत की बात रही कि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई, लेकिन विमान को गंभीर नुकसान हुआ।
रिपोर्ट के मुताबिक सिमुलेटेड ड्यूल इंजन फेल्योर एक जरूरी ट्रेनिंग प्रक्रिया है, जिसमें पायलट्स को सिखाया जाता है कि अगर दोनों इंजन एकसाथ फेल हो जाएं तो विमान को सुरक्षित कैसे उतारा जाए। लेकिन इस एक्सरसाइज में सावधानी और अनुभव की बेहद जरूरत होती है।
हादसे के बाद DGCA ने एयर इंडिया को सख्त निर्देश दिए हैं कि वह अपनी ट्रेनिंग प्रक्रियाओं की समीक्षा करे और ऐसे अभ्यास के दौरान अतिरिक्त सुरक्षा उपाय लागू करे। यह घटना पायलट ट्रेनिंग की चुनौतियों और सावधानी की अहमियत को भी उजागर करती है।