
जून 2025 में पाकिस्तान में भूकंपों की तीव्रता में अचानक बढ़ोतरी हुई है। इस महीने पाकिस्तान में करीब 60 बार जमीन हिलने की घटनाएं दर्ज हुई हैं। इनमें से कई भूकंप की तीव्रता 4 से 5 तक रही। खास बात यह है कि ये भूकंप भारत के ऑपरेशन सिंधूर के बाद शुरू हुए। इससे कई लोगों ने सवाल उठाए हैं कि क्या ये भूकंप भारत की सैन्य कार्रवाई का असर हो सकते हैं।
पाकिस्तान के अलग-अलग इलाकों में ये झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी की रिपोर्ट के अनुसार, 29 जून को 5.2 और 4.5 तीव्रता के दो बड़े झटके आए, जिनका असर कई जगह महसूस किया गया। हालांकि, अब तक कोई जान-माल का नुकसान या गंभीर घटना सामने नहीं आई है।
कुछ विश्लेषक मानते हैं कि भारत द्वारा ऑपरेशन सिंधूर में किए गए मिसाइल हमलों के बाद जमीन में कंपन बढ़े हैं और ये भूकंप उसी का प्रभाव हो सकते हैं। हालांकि, विशेषज्ञ इसे पूरी तरह स्वीकार नहीं करते और कहते हैं कि यह भूकंप प्राकृतिक कारणों से भी हो सकते हैं, क्योंकि यह इलाके भूकंपीय रूप से सक्रिय हैं।
भारत के राष्ट्रीय सिस्मोलॉजी केंद्र के विशेषज्ञ भी इस बात पर सहमत हैं कि भूकंप का समय और तीव्रता प्राकृतिक कारणों से मेल खाती है। उनका कहना है कि भूकंप किसी भी समय हो सकते हैं और इनकी वजह भूकंपीय प्लेटों की हरकत होती है।
फिलहाल इस मामले में और गहराई से अध्ययन की जरूरत है ताकि यह साफ हो सके कि भूकंपों के कारण क्या हैं और उनके पीछे कोई सैन्य गतिविधि तो नहीं।