
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मालदीव यात्रा के दौरान भारत ने पड़ोसी देश को एक बार फिर बड़ा आर्थिक सहयोग देने का ऐलान किया है। भारत ने मालदीव सरकार को 4850 करोड़ रुपये का ऋण देने के साथ-साथ 72 वाहन भी सौंपे हैं।
यह सहायता मालदीव के बुनियादी ढांचे और विकास कार्यों को समर्थन देने के उद्देश्य से दी गई है। साथ ही, यह कदम दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में उठाया गया माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुईजु के बीच हुई बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा, आर्थिक सहयोग और पर्यटन जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हुई। मोदी ने यह स्पष्ट किया कि भारत हमेशा मालदीव की स्थिरता और विकास में साझेदार बना रहेगा।
भारत द्वारा दिए गए वाहन मालदीव की सरकारी एजेंसियों और आपातकालीन सेवाओं के इस्तेमाल में लाए जाएंगे। इसके साथ ही यह सहयोग चीन के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करने की रणनीति के रूप में भी देखा जा रहा है।
इस दौरे को क्षेत्रीय कूटनीति और “नेबरहुड फर्स्ट” नीति के तहत भारत की एक मजबूत पहल माना जा रहा है।