
अगर आप ट्रेन में यात्रा के दौरान वहां दी गई चादर, कंबल या तकिया अपने साथ ले आते हैं, तो सावधान हो जाइए। भारतीय रेलवे ने स्पष्ट कर दिया है कि ऐसी चोरी अब माफ नहीं की जाएगी। यात्रियों द्वारा अक्सर ट्रेन से इन सामग्रियों की चोरी की जाती है, जिससे रेलवे को हर साल भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
रेलवे के अनुसार, ट्रेन में यात्रियों को दी जाने वाली ये सभी वस्तुएं केवल यात्रा के दौरान उपयोग के लिए होती हैं, न कि घर ले जाने के लिए। यदि कोई यात्री इन वस्तुओं को चोरी करता है, तो उस पर रेलवे अधिनियम 1989 की धारा 141 के तहत सख्त कार्रवाई की जा सकती है। इसमें जुर्माने के साथ-साथ जेल भी हो सकती है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि AC कोचों में हर यात्री के लिए साफ चादर, तकिया और कंबल उपलब्ध कराए जाते हैं। लेकिन इनमें से कई बार यात्री इन्हें चोरी कर लेते हैं, जिससे अन्य यात्रियों को परेशानी होती है और रेलवे को भी बार-बार इनकी व्यवस्था करनी पड़ती है।
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी जिम्मेदारी समझें और सफर के बाद इन वस्तुओं को वहीं छोड़ें, ताकि स्वच्छता और सुविधा दोनों बनी रहे। इसके अलावा अगर कोई यात्री ऐसा करते हुए पकड़ा जाता है, तो उस पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।