
संसद के मानसून सत्र के दौरान आज ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर लोकसभा में जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। जहां एक ओर गृहमंत्री अमित शाह ने आतंकवाद पर सरकार की नीति को सख्ती से रखा, वहीं AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने तीखे सवाल उठाकर बहस को गरमा दिया।
ओवैसी ने सवाल किया कि अगर भारत पाकिस्तान को पानी नहीं देता, व्यापार नहीं करता, तो फिर क्रिकेट मैच खेलने की अनुमति कैसे दी जा रही है? इसके साथ ही उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पारदर्शिता पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि कार्रवाई के नाम पर लोगों के अधिकारों का हनन नहीं होना चाहिए।
गृहमंत्री अमित शाह ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक था। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत की सरजमीं पर आतंकवाद को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सुरक्षाबलों की कार्रवाई पूरी तरह कानूनी और आवश्यक थी।
इस बीच राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई सांसदों ने सरकार से ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी देने की मांग की और कहा कि संसद को अंधेरे में नहीं रखा जाना चाहिए।
सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे, हालांकि उन्होंने इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं की। संसद में इस विषय को लेकर बहस अभी और तेज होने की संभावना है।