
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक बयान ने वैश्विक और घरेलू सोना बाजार में हलचल मचा दी है। ट्रंप ने हाल ही में स्पष्ट किया कि सोने पर कोई टैरिफ नहीं लगाया जाएगा। उनके इस ऐलान ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निवेशकों की धारणा को बदल दिया और सुरक्षित निवेश के तौर पर माने जाने वाले सोने की मांग पर दबाव आ गया।
भारत में इस प्रभाव का सीधा असर मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर देखने को मिला। 12 अगस्त 2025 को एमसीएक्स पर 999 शुद्धता वाला सोना 10 ग्राम के भाव में 1,409 रुपये यानी लगभग 1.38 प्रतिशत की बड़ी गिरावट के साथ 1,00,389 रुपये पर आ गया। इससे पहले कारोबार के दौरान यह कीमत 1,01,199 रुपये तक पहुंची थी, लेकिन ट्रंप के बयान के बाद तेजी से फिसल गई।
गौरतलब है कि हाल ही में एमसीएक्स पर सोना रिकॉर्ड स्तर 1,02,250 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया था। इस हिसाब से देखें तो अब यह रिकॉर्ड से करीब 1,861 रुपये सस्ता हो चुका है। सोने की कीमतों में यह गिरावट मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय बाजार में आई नरमी के कारण है, जहां निवेशकों ने ट्रंप की घोषणा के बाद मुनाफावसूली शुरू कर दी।
विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप का यह कदम न केवल अमेरिकी बाजार बल्कि दुनिया भर के बुलियन बाजार के लिए राहत का संकेत है। आमतौर पर, जब किसी बहुमूल्य धातु पर अतिरिक्त शुल्क या टैरिफ की संभावना रहती है, तो निवेशक इसकी कीमतों में वृद्धि की उम्मीद करते हैं। लेकिन, इस बार विपरीत हुआ — टैरिफ की संभावना खत्म होने से सोने की मांग घटी और दाम नीचे आ गए।
घरेलू बाजार में इस गिरावट से ज्वेलर्स और खरीदार दोनों को राहत मिल सकती है। शादी-ब्याह के सीजन के करीब आते समय सोना सस्ता होने से ग्राहकों की खरीदारी में बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय भू-राजनीतिक हालात और डॉलर-रुपया विनिमय दर आने वाले दिनों में सोने के दाम को फिर प्रभावित कर सकते हैं।