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उत्तर प्रदेश का विजन 2047: अर्थ-सृजन-जीवन शक्ति से सशक्त

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज, 14 अगस्त 2025 को विधानसभा में ‘विजन डॉक्यूमेंट 2047’ पेश किया। उन्होंने इसे केवल एक तारीख नहीं, बल्कि एक ऐसे उत्तर प्रदेश की कल्पना बताया जो समृद्धता, संस्कृति और मानवीय मूल्यों का संगम होगा — राम राज्य की वास्तविक प्रस्तुति जैसा प्रदेश।

मुख्यमंत्री ने विजन की रूपरेखा तीन मुख्य थीम—अर्थ शक्ति, सृजन शक्ति, और जीवन शक्ति—के इर्द-गिर्द तैयार की है। उन्होंने बताया कि इस विजन को 12 प्रमुख सेक्टर्स में बांटा गया है, और इसे तैयार करने में विशेषज्ञों, नीति आयोग, और आम जनता की भागीदारी होगी।

विजन 2047 के तहत सरकार का लक्ष्य है—

  • आंदोलनशील दिशा पर यूपी की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर से बढ़ाकर 6 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाना, और जीडीपी में राज्य का योगदान 9.3% से बढ़ाकर कम से कम 16% करना।

  • वर्तमान में प्रति व्यक्ति आय ₹1.20 लाख है—इसे 2047 तक ₹26 लाख प्रति वर्ष तक पहुंचाने का लक्ष्य।

शिक्षा, स्वास्थ्य और विज्ञान-तकनीकी के क्षेत्र में कई महत्वाकांक्षी योजनाएँ शामिल हैं:

  • अगले 5 वर्षों में NIRF में उत्तर प्रदेश के 9 विश्वविद्यालयों को 15 तक बढ़ाना;

  • नए विषय-आधारित विश्वविद्यालय (AYUSH, कृषि, स्पोर्ट्स, फॉरेंसिक) और एक ग्लोबल स्किल यूनिवर्सिटी की स्थापना;

  • IIT और IIM समेत वैश्विक विश्वविद्यालयों के साथ टीचर-स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम।

  • सभी जिलों में एम्प्लॉयमेंट जोन, महिला छात्रों के लिए श्रमजीवी छात्रावास, और मिशन शक्ति के तहत महिला उद्यमिता को बढ़ावा।

परिवहन, ऊर्जा व कनेक्टिविटी के क्षेत्र में योजनाएँ हैं:

  • “जीरो एक्सीडेंट विजन” के तहत एडवांस मॉनिटरिंग और AI-आधारित सुरक्षा;

  • हर जिला को आत्मनिर्भर और निवेश-आकर्षित बनाना;

  • हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड, स्मार्ट ग्रिड, डिजिटल ऊर्जा प्रबंधन;

  • जेवर एयरपोर्ट को भारत का सबसे भव्य और अंतरराष्ट्रीय कार्गो हब बनाना;

  • सौर पार्क, ग्रीन हाइड्रोजन, पुनर्नवीकरणीय ऊर्जा को प्राथमिकता।

पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहर को ‘नौकरी और अर्थव्यवस्था’ का चालक मानते हुए, CM ने रामायण, कृष्ण, बौद्ध, शक्ति और जैन सर्किट के विकास की रूपरेखा साझा की। यह रणनीति छोटे व्यवसायों के लिए रोजगार और राजस्व का नया मार्ग खोलेगी।

विधानसभा में जारी 24-घंटे लंबी बहस इस विजन को लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से जोड़ने का अवसर है। Parliamentary Affairs मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि यह दस्तावेज़ “विजित भारत — विजित उत्तर प्रदेश 2047” की नींव है, जो हर नागरिक से जुड़ा महसूस कराता है।

इसके अतिरिक्त, विपक्ष पर मुख्यमंत्री ने निशाना साधते हुए कहा कि विकास की बजाय सत्ता पर केंद्रित सोच से भविष्य को खतरा होगा। उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा और आधारभूत ढाँचे में हुई सुधारों का हवाला देते हुए Vision 2047 को एक व्यावहारिक और व्यापक योजना बताया।

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