
आरकॉम व अनिल अंबानी से जुड़ी परिसरों में CBI की छापेमारी
23 अगस्त 2025 को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCom) और इसके प्रमोटर निदेशक अनिल अंबानी से जुड़ी परिसरों पर छापेमारी की और एक FIR दर्ज की। यह कार्रवाई एक कथित बड़े बैंक धोखाधड़ी मामले से संबंधित है, जैसा कि अधिकारियों ने PTI को बताया है ।
FIR का कारण और धोखाधड़ी का अनुमानित पैमाना:
प्राप्त रिपोर्टों में बताया गया है कि यह मामला 17,000 करोड़ रुपये तक की बैंक धोखाधड़ी से जुड़ा हो सकता है, जिससे इस घटना की गंभीरता और भी स्पष्ट होती है ।
कार्रवाई की प्रवृत्ति:
छापेमारी और FIR में अनिल अंबानी और आरकॉम से जुड़े परिसरों की जांच शामिल है — जो इस स्कैम में संलिप्तता की संभावना की ओर इशारा करता है ।
स्थिति का वर्तमान परिप्रेक्ष्य
आर्थिक और कानूनी पहलू:
यह मामला सिर्फ एक बैंक धोखाधड़ी तक सीमित नहीं है—इसमें वित्तीय दुरुपयोग, ऋण हेरफेर, और संभावित भ्रष्टाचार शामिल हो सकते हैं। SBI ने पहले ही आरकॉम और अनिल अंबानी को “fraudulent” घोषित किया था, और अब CBI की कार्रवाई इस दिशा में एक और अहम कदम मानी जा रही है ।अन्य जांच एजेंसियों की भूमिका:
Enforcement Directorate (ED) पहले से ही Yes Bank से जुड़े ₹3,000 करोड़ के ऋण धोखाधड़ी मामले की जांच कर रही है, जबकि ED और SEBI ने ऋण बहाली, बैंक गारंटी, और shell companies से जुड़ी गड़बड़ियों का पता लगाया है ।अनिल अंबानी की कानूनी स्थिति:
अनिल अंबानी और आरकॉम पर पहले भी SBI ने कार्रवाई की थी, दोनों को FRAUD घोषित किया गया और CBI के पास शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया थी । अब CBI की कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि यह मामला और गंभीरता से उठाया जा रहा है।