
तत्कालीन कार्रवाई की पृष्ठभूमि:
संसद में ऑनलाइन गेमिंग बिल पास होने की सुबह—23 अगस्त 2025 को—प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कर्नाटक के कांग्रेस विधायक के. सी. वीरेंद्र (KC Veerendra) के ठिकानों पर एक बड़ी छापेमारी की। इस कार्रवाई में ₹12 करोड़ नकद (जिसमें ₹1 करोड़ विदेशी मुद्रा शामिल थी) और लगभग ₹6 करोड़ मूल्य के सोने-चांदी के आभूषण जब्त किए गए।प्रवर्तन की व्यापक पहुँच:
ED की टीम ने देशभर में 31 ठिकानों पर तलाशी ली, जिनमें शामिल थे: गंगटोक, चितदुर्गा, बेंगलुरु, हुबली, जोधपुर, मुंबई, और गोवा। गोवा में 5 प्रमुख कैसिनो—Puppy’s Casino Gold, Ocean Rivers Casino, Puppy’s Casino Pride, Ocean 7 Casino, और Big Daddy Casino—पर भी कार्रवाई हुई।जांच में आया नेटवर्क और अग्रिम जानकारी:
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि विधायक ऑनलाइन और ऑफलाइन सट्टेबाजी के कई प्लेटफ़ॉर्म चला रहे थे, जैसे King567, Raja567, इत्यादि। उनके भाई के. सी. थिप्पेस्वामी, दुबई से Diamond Softech, TRS Technologies, और Prime9 Technologies नामक तीन कंपनियों को चला रहे हैं, जो कॉल सेंटर और गेमिंग का काम करती थीं। इसके अतिरिक्त, के. सी. नागराज और उनके बेटे पृथ्वी एन. राज भी इस रैकेट में शामिल बताए जा रहे हैं।नकद और संपत्ति पर ठोस कार्रवाई:
तलाशी के दौरान ED ने ₹12 करोड़ नकद (जिसमें लगभग ₹1 करोड़ विदेशी मुद्रा), करीब ₹6 करोड़ की ज्वेलरी, 10 किलोग्राम चांदी, और चार लग्ज़री गाड़ियाँ जब्त कीं। साथ ही 17 बैंक खाते और 2 लॉकर फ्रीज कर दिए गए। एजेंसी ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज़ और डिजिटल साक्ष्य भी हासिल किए हैं, जो अवैध कमाई को सफेद बनाने की योजनाओं के सबूत हैं