
ट्रंप के टैरिफ के प्रभाव से सेंसेक्स 849 अंक टूटा, निफ्टी 24,700 से नीचे बंद
26 अगस्त 2025 को भारतीय शेयर बाजार में एक तेज गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई। बीएसई का सेंसेक्स 849 अंक (लगभग 1.04%) की गिरावट के साथ 80,786.54 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई का निफ्टी 50 लगभग 256 अंक (1.02%) टूटकर 24,712.05 पर पहुंच गया।
इस गिरावट का मुख्य कारण अमेरिका द्वारा प्रस्तावित टैरिफ था—भारतीय माल पर उपलब्ध मौजूदा 25% से अतिरिक्त 25%, यानी कुल 50% तक के शुल्क लगाने की घोषणा हुई, जो 27 अगस्त से प्रभावी होंगे। इस कदम ने वैश्विक व्यापार के माहौल में अनिश्चितता बढ़ा दी, जिससे वैश्विक और घरेलू बाजारों पर दबाव बढ़ा।
इस गिरावट ने मात्रात्मक रूप से ₹6 लाख करोड़ से अधिक का निवेशक धनराशि मिटा दी, जिससे बाजार की कुल पूंजीकरण ₹449 लाख करोड़ के आसपास आ गया।
सेक्टरवार स्थिति भी कमजोर रही—निफ्टी रियल्टी, फार्मा, मेटल और पीएसयू बैंक जैसे सेक्टर में लगभग 2% तक की गिरावट देखी गई जबकि मिड और स्मॉलकैप इंडेक्स क्रमशः 1.6% और 2% नीचे आए। FMCG सेक्टर को छोड़कर सभी क्षेत्र लाल निशान में रहे; FMCG में हल्की तेजी देखने को मिली।
कुछ बड़ी कंपनियों में शिराम फाइनेंस, सन फार्मा और टाटा स्टील जैसे शेयरों में 3 से 4% तक की गिरावट हुई, वहीं ईशर मोटर्स, HUL, मारुति सुजुकी, ITC और TCS ने मामूली लाभ दर्ज किया। Vodafone Idea के शेयर 10% तक लुढ़क गए क्योंकि सरकार की ओर से AGR राहत देने की संभावनाएँ धूमिल हो गईं।
तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, निफ्टी ने कई समर्थन स्तरों को तोड़ दिया है, और आगे गिरावट जारी रहने की चेतावनी दी गई है—विशेष रूप से बैंकिंग और निर्यात-आधारित सेक्टरों पर दबाव बढ़ने की आशंका जताई गई है।