
मस्जिद के पास 3 घंटे तक खड़ी रही कार, निकलने के 4 मिनट बाद हुआ विस्फोट
दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार धमाके को लेकर नई और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। जांच एजेंसियों के मुताबिक, जिस Hyundai i20 कार में धमाका हुआ था, वह उसी इलाके की एक मस्जिद के पास करीब 3 घंटे तक पार्किंग में खड़ी रही थी। CCTV फुटेज की जांच से पता चला कि यह कार दोपहर 3:19 बजे पार्किंग में आई थी और शाम 6:48 बजे वहां से निकली। इसके बाद मात्र चार मिनट बाद यानी 6:52 बजे इस कार में जोरदार विस्फोट हुआ।
इस विस्फोट में आसपास खड़ी कई गाड़ियाँ और ई-रिक्शा आग की चपेट में आ गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाके के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और चारों ओर धुआँ फैल गया। फायर ब्रिगेड की पाँच गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं और करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। इस घटना में अब तक 9 लोगों की मौत और 20 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं।
पुलिस और फॉरेंसिक टीमों ने घटनास्थल से कई अहम सुराग जुटाए हैं। जांच में सामने आया है कि कार के अंदर अमोनियम नाइट्रेट, वायरिंग और एक रिमोट ट्रिगर डिवाइस का उपयोग किया गया था। इससे यह साफ हो गया है कि धमाका योजनाबद्ध तरीके से किया गया था, न कि किसी तकनीकी खराबी के कारण। सूत्रों के अनुसार, विस्फोट के पहले कार में एक नकली नंबर प्लेट लगी हुई थी, जिसे घटना से कुछ घंटे पहले ही लगाया गया था।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं। जांच का दायरा अब हरियाणा, उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर तक बढ़ा दिया गया है। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, जिनमें कुछ मेडिकल प्रोफेशनल्स भी शामिल बताए जा रहे हैं। यह पहलू इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे एक दिन पहले ही रिपोर्ट आई थी कि कुछ डॉक्टरों का इस धमाके से आतंकवादी कनेक्शन हो सकता है।
अधिकारियों का कहना है कि यह घटना दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था के लिए गंभीर चेतावनी है। दिल्ली पुलिस ने पूरे पुरानी दिल्ली इलाके को हाई अलर्ट पर रखा है और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
जनता के लिए सलाह:
कृपया किसी भी संदिग्ध गाड़ी या गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
अफवाहों से बचें और केवल सरकारी व सत्यापित जानकारी पर भरोसा करें।
सोशल मीडिया पर फैल रही झूठी खबरों से सतर्क रहें।



