
दिसंबर के साथ 1 दिसंबर 2025 से देश में कई अहम वित्तीय नियम बदलने जा रहे हैं, जिनका असर आम जनता — चाहे वो पेंशनभोगी हो, टैक्स-पेयर हो या रोजमर्रा की खर्चदारी करने वाला — की जेब और बजट पर पड़ने वाला है।
सबसे पहला बदलाव है LPG सिलेंडर की कीमतों (LPG Cylinder Price) में। हर महीने की शुरुआत में तेल कंपनियाँ अपने सिलेंडरों की दरें अपडेट करती हैं, और 1 दिसंबर को भी नए रेट मिल सकते हैं। नवंबर में 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में ₹6.50 की कटौती देखी गई थी, लेकिन घरेलू 14 किलो वाले सिलेंडर की कीमत लंबे समय से स्थिर रही है। हालांकि, घरेलू सिलेंडर के दाम में भी संशोधन की संभावना बनी हुई है, जो हर आम घर के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
दूसरा बड़ा बदलाव है ATF (एयविएशन टर्बाइन फ्यूल) की कीमतों में — तेल कंपनियों की व्यवस्था है कि वे महीने की पहली तारीख को ATF के दाम भी अपडेट करते हैं। इसका असर हवाई यात्रा पर जाने वालों के खर्चे पर पड़ेगा। साथ ही, संभावना है कि CNG और PNG गैस की कीमतों में भी बदलाव हो सकता है।
तीसरा, पेंशन और उससे जुड़े नियमों में बदलाव — Unified Pension Scheme (UPS) चुनने की अंतिम अवधि 30 नवंबर है। जो कर्मचारी इस विकल्प को चुनना चाहते हैं, उन्हें यह निर्णय 30 नवंबर तक ही लेना होगा। अगर उन्होंने समय रहते विकल्प नहीं चुना, तो 1 दिसंबर के बाद UPS लेने का मौका नहीं मिलेगा।
चौथा — पेंशनभोगियों के लिए लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने की आखिरी तारीख भी 30 नवंबर है। यदि 30 नवंबर तक लाइफ सर्टिफिकेट नहीं जमा हुआ, तो पेंशन जारी होने में रुकावट आ सकती है। इससे बुज़ुर्गों या पेंशन पर निर्भर लोगों को खास सावधानी बरतने की सलाह है।
पाँचवाँ, टैक्स से जुड़ी अहम डेडलाइन्स — जिन टैक्सपेयर्स का सेक्शन 194-IA, 194-IB, 194M, 194S आदि के तहत TDS कटौती हुई है, या जिनको सेक्शन 92E के तहत रिपोर्ट दाखिल करनी थी, उनके लिए 30 नवंबर आखिरी दिन है। 1 दिसंबर के बाद इन स्टेटमेंट्स या रिपोर्ट्स को जमा नहीं किया जा सकेगा। इसलिए यदि आपने अब तक टैक्स से जुड़ा काम नहीं किया है, तो जल्दी कर लें।
साथ ही, दिसंबर महीने में बैंकों में छुट्टियों (Bank holidays) की लिस्ट भी जारी की गई है — कई राज्य-विशेष छुट्टियों के अलावा, महीने की शुरुआत में ही बंपर हॉलिडे रखा गया है। अगर आपको बैंक से जुड़ा कोई काम है — चाहे वो पेंशन से जुड़ा हो या टैक्स / बैंकिंग — तो ध्यान रखें कि छुट्टी की वजह से काम रुक सकता है।



