Advertisement
गोवालाइव अपडेट
Trending

Goa nightclub fire-चार गिरफ्तार, अधिकारी सस्पेंड; एक सप्ताह में रिपोर्ट

Advertisement
Advertisement

उत्तर गोवा के अरपोरा में स्थित Birch by Romeo Lane नाइट क्लब में शनिवार-रात हुए भयानक अग्निकांड (आतिशबाजी / सिलिंडर विस्फोट) के बाद अब स्थिति और स्पष्ट होती जा रही है। इस हादसे में कुल 25 लोगों की मौत हुई, जिनमें कई स्टाफ सदस्य और कुछ पर्यटक शामिल थे।

क्या हुआ

  • शुरुआती जाँच में पाया गया है कि क्लब में आतिशबाजी या गैस सिलिंडर विस्फोट हुआ — जिससे आग भड़क गई। वहां पर्याप्त आपातकालीन निकासी मार्ग (exits) नहीं थे, जिससे कई लोग फँस गए।आग इतनी तेज थी कि 20 स्टाफ व 5 पर्यटक — कुल 25 लोग — दम घुटने या आग लगने से जान गंवा बैठे। उपायुक्तों का कहना है कि कई लोग smoke inhalation या suffocation का शिकार हुए।

पुलिस-कार्रवाई: 4 गिरफ्तार, अधिकारियों को निलंबित

  • क्लब के Chief General Manager, General Manager, Bar Manager और Gate Manager — कुल चार अधिकारी/कर्मचारी गिरफ्तार किए गए हैं।

  • घटना को अनुमति देने वाले कुछ सरकारी अधिकारियों (पंचायती बोर्ड / लोक स्तर) को भी स्थिति की अनियंत्रित अनुमति देने के लिए निलंबित किया गया है।

सरकार की प्रतिक्रिया / मुआवजा और जांच

  • Pramod Sawant (गोवा के मुख्यमंत्री) ने एक मैजिस्ट्रियल जांच-कमिटी गठित की है, जिसमें जिला मजिस्ट्रेट, फॉरेंसिक डायरेक्टर और अग्नि एवं इमरजेंसी सेवाओं का प्रतिनिधि शामिल है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट एक सप्ताह में सरकार को भेजी जाएगी।

  • मृतकों के परिजनों के लिए सरकार ने ₹5 लाख मुआवजा तय किया है, और घायल लोगों को ₹50,000 प्रदान किया जाएगा। साथ ही मृतकों के शव उनके गृह राज्यों तक भेजने एवं समर्थन की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है।

  • राज्य सरकार ने घोषणा की है कि अब से हर नाइट क्लब / पब / रेस्तरां की सुरक्षा ऑडिट होगी — ताकि ऐसी tragedies दोबारा न हों।

आगे क्या होने वाला है

  • जांच-कमिटी की रिपोर्ट आने के बाद तय होगा कि कदम उठाए जाएँ — चाहे वह क्लब मालिकों / प्रबंधन के खिलाफ FIR / मुकदमे हों, या सुरक्षा नियमों के उल्लंघन की जिम्मेदारी तय की जाए।

  • गोवा में nightlife, पर्यटन और क्लबों की सुरक्षा नियमों की समीक्षा होगी; और संभव है कि अन्य क्लबों के लाइसेंस / परमिशन और safety protocols की कड़ी जाँच हो।

  • मृतकों के परिवारों को मुआवजा व अन्य सहायता के साथ, राज्य व केंद्र से न्याय व जवाबदेही की मांग बढ़ेगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
YouTube
LinkedIn
Share