
पंजाब के मोहाली जिले में एक बड़ी पुलिस कार्रवाई में रविवार को कबड्डी खिलाड़ी और प्रमोटर कुंवर दिग्विजय सिंह उर्फ राणा बलाचौरिया की हत्या में शामिल एक मुख्य आरोपी को पुलिस ने एनकाउंटर (encounter) में मार गिराया है। यह मुठभेड़ लहली के पास लालड़ू क्षेत्र में हुई, जहां पुलिस टीम ने हत्या के आरोप में वांछित आरोपी को गिरफ्तार करने की कोशिश की। इस दौरान आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग की, जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
राणा बलाचौरिया की हत्या सोहाना के सेक्टर-82 स्थित खेल मैदान में 15 दिसंबर की शाम एक कबड्डी टूर्नामेंट के दौरान हुई थी। पुलिस के मुताबिक दो गुनहगारों ने बाइकों पर आकर राणा के पास सेल्फी लेने का बहाना किया और फिर सिर के पास से गोलियाँ दाग दीं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें मोहाली के फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। पुलिस ने इस वारदात के पीछे कबड्डी आयोजनों पर नियंत्रण और गैंगस्टर संगठनों के बीच गठजोड़ को मुख्य वजह बताया है।
हत्या के मामले में पुलिस ने अदित्य कपूर उर्फ मक्खन और करण पाठक उर्फ डिफॉल्टर करण सहित कई शूटरों की पहचान की थी, जो अमृतसर के बताए जा रहे हैं। इन्हें राणा की हत्या के सिलसिले में नामजद किया गया था और पुलिस लगातार उनकी गिरफ्तारी के प्रयास में लगी थी। इसी बीच मुख्य साजिशकर्ता हरपिंदर सिंह उर्फ मिड्डू को हिरासत में लेने के दौरान मुठभेड़ हो गई। आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग की, जिसमें उसने दो पुलिसकर्मियों को गोली मारी, और इसके जवाब में पुलिस ने नियंत्रण रेखा में जवाबी फायरिंग की, जिससे हरपिंदर गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस महानिरीक्षक (SSP) हरमंदिप सिंह हंस ने बताया कि हरपिंदर कई संगीन आपराधिक मामलों में शामिल रहा है और उसका आपराधिक रिकॉर्ड गंभीर था। पुलिस अब अन्य आरोपियों और उनके संभावित आश्रय स्थल की तलाश जारी रखे हुए है। घायलों में शामिल दो पुलिसकर्मियों की हालत स्थिर बताई जा रही है और उनका उपचार अस्पताल में जारी है।
राणा बलाचौरिया की हत्या ने पंजाब के खेल जगत में सनसनी फैलाई थी, क्योंकि वह एक पहचान वाला कबड्डी प्रमोटर और स्थानीय खेल आयोजक थे। मामले की जांच में यह संकेत मिला कि हत्या कबड्डी टूर्नामेंटों पर प्रभाव और नियंत्रण की प्रतिस्पर्धा से जुड़ी थी, जिसमें गैंगस्टर समूहों की भूमिका भी सामने आई थी। पुलिस सूत्रों की मानें तो हत्या के बाद गैंगस्टर डोनी बाल ने हत्यारी गिरोह द्वारा इस घटना की जिम्मेदारी एक सोशल मीडिया पोस्ट के ज़रिये ली थी।
यह एनकाउंटर पुलिस द्वारा अपराधियों के खिलाफ उठाया गया कड़ा कदम माना जा रहा है, जिससे यह संदेश दिया गया है कि गंभीर अपराधों में शामिल आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही पुलिस यह भी सुनिश्चित कर रही है कि राणा बलाचौरिया की हत्या जैसी घटनाओं के पीछे के सभी तंत्र और नेटवर्क का भंडाफोड़ हो। इस पूरे मामलें की जांच और आगे की कार्रवाई जारी है।
इस मुठभेड़ और हत्या के मामले ने मोहाली तथा पंजाब के अन्य हिस्सों में सुरक्षा व्यवस्था और खेल आयोजनों के दौरान होने वाली संभावित हिंसा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। पुलिस का मानना है कि अगर मामलों की समय पर सख्त जांच और कार्रवाई नहीं की जाती, तो यह अपराधी तत्व खेल-स्थलों के आसपास भय और असुरक्षा का माहौल बना सकते हैं।



