उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के सगड़ी में सोमवार को जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरे फार्म में दिखे। आजमगढ़ सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जम कर व्यंग बाण छोड़े। कोरोना वैक्सीन न लगवाने को लेकर अखिलेश यादव को एक बार फिर लपेटे में लिया।
सीएम योगी ने कहा कि आजमगढ़ के सांसद कोरोना वैक्सीन को भाजपाई और मोदी जी की वैक्सीन बताते थे। बोले- अब तो अब्बा जान भी वैक्सीन लगवा चुके हैं। आप भी लगवा लें। नया वैरिएंट आ गया है। वैक्सीन लगवा लेंगे तो शायद सच बोलने की आदत आ जाएगी। नहीं तो झूठ पर झूठ बोलकर जैसे आजमगढ़ के लोगों को धोखा दे रहे थे वैसे ही प्रदेश के लोगों को भी धोखा दे रहे थे।
सीएम योगी यहीं नहीं रूके। उन्होंने अखिलेश यादव पर कटाक्ष किया कि कोरोना संकट के समय अखिलेश यादव ने आजमगढ़ को लावारिस छोड़ दिया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाजवादी पार्टी सत्ता में आने के बाद गरीबों, दलितों व व्यापारियों को सता रही थी।
आजमगढ़ इसका भुक्तभोगी था। यहां के लोग कहीं बाहर जाते थे तो उन्हें किसी धर्मशाला में कमरा नहीं मिलता था। आजमगढ़ का नाम सुनते ही होटलों में भी कमरे नहीं मिलते थे। यह संकट उन्होंने ही खड़ा किया था, जिन्होंने कोरोना काल में यहां की जनता को लावारिस छोड़ दिया था। सीएम ने कहा कि कोरोना काल में हम आजमगढ़ में तीन बार आए थे।
उन्होने कहा की याद कीजिए जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी तब रामपुर में उस समय मंत्री आजम खां द्वारा गरीबों व अनुसूचितों के घर उजाड़े जाते थे। उस वक्त कांग्रेस और बसपा मौन थी। तब केवल भारतीय जनता पार्टी आंदोलन कर रही थी। सत्ताधारी दल का एक मंत्री अराजकता पैदा करे , हमें यह स्वीकार नहीं था। सीएम योगी को सुनने के लिए सगड़ी विधानसभा स्थित जूनियर विद्यालय के मैदान में भारी संख्या में भीड़ उमड़ी।
यूपी के आजमगढ़ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी समेत पूरे विपक्ष पर जमकर बरसे। सगड़ी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में तो अराजकता ही उनका पर्याय था। देश में एक नारा चल पड़ा था कि ‘जिस गाड़ी में सपा का झंडा समझो होगा कोई जाना पहचाना गुंडा’। इस गुंडागर्दी की कमर तोड़ने का कार्य कोई किया है तो वह हमारी सरकार ने किया है।