रेलवे की एनटीपीसी (नान टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी) भर्ती परीक्षा के परिणाम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों ने मंगलवार को जमकर हंगामा किया। छोटा बघाड़ा में जुलूस निकालने के साथ प्रयाग स्टेशन पर ट्रेन रोक दी। पुलिस के लाठीचार्ज करने पर उन्होंने पथराव किया।
पुलिस ने जब घेराबंदी की तो वे लॉज में घुस गए, जहां पुलिस ने दरवाजे तुड़वाकर उनकी पिटाई की। इसमें कई छात्रों को चोटें पहुंची हैं। दर्जनों छात्र हिरासत में भी लिए गए। रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड के परिणाम में अनियमितता का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थी लंबे समय से आंदोलनरत हैं।
मंगलवार को दिन में करीब एक बजे अचानक सैकड़ों प्रतियोगी छात्र छोटा बघाड़ा में एकत्र हुए। फिर जुलूस बनाकर सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए वे प्रयाग स्टेशन पहुंचे।
प्रतियोगियों की बड़ी संख्या को देखते हुए पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया था तथा दुकानें बंद होने लगीं। स्टेशन पहुंचे प्रतियोगी छात्र कानपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस के इंजन के सामने ट्रैक पर बैठ गए। मौके पर पहुंचे जीआरपी के जवानों ने छात्रों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे पीछे हटने के लिए तैयार नहीं थे।
कुछ ही देर में कई थानों की फोर्स पहुंच गई। पुलिस ने लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ा। इससे नाराज प्रतियोगी छात्र ट्रैक पर बिछे बोल्डर फेंकने लगे। कुछ ही देर में पुलिस ने पूरे स्टेशन परिसर को अपने कब्जे में ले लिया। वहां से भागकर प्रतियोगी छात्र स्टेशन के आसपास स्थित लॉज में घुस गए।
पुलिस ने प्रतियोगियों को वहां भी नहीं छोड़ा। पुलिस ने कई लॉज के दरवाजे तोड़ दिए तथा छात्रों की पिटाई की। पुलिस की इस कार्रवाई से प्रतियोगी छात्रों में जबरदस्त नाराजगी है तो अलग-अलग संगठन के लोगों ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
प्रतियोगियों का कहना था कि आरआरबी ने ग्रुप डी के पदों के लिए एक ही भर्ती परीक्षा कराने की घोषणा की थी, लेकिन अब दो परीक्षाएं कराई जा रही हैं। प्रतियोगी छात्र इसका विरोध कर रहे हैं। इसके अलावा उनका यह भी कहना था कि स्क्रीनिंग परीक्षा में एक पद के सापेक्ष 20-20 अभ्यर्थियों को क्वालीफाई कराने की घोषणा की गई थी, लेकिन बड़ी संख्या में ऐसे प्रतियोगी हैं, जिन्हें चार से पांच वर्ग में क्वालीफाई कराया गया।
इसका नतीजा है कि एक पद के सापेक्ष चार से पांच अभ्यर्थी ही क्वालीफाई कर सके। इस प्रक्रिया में लाखों अभ्यर्थी स्क्रीनिंग परीक्षा में ही बाहर हो गए हैं। प्रतियोगियों की मांग है कि हर पद के सापेक्ष 20 लोगों को क्वालीफाई कराया जाए।