सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज, स्वतंत्रता सेनानियों से की थी तालिबानी आतंकियों की तुलना.

उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के रंछाड गांव के अक्षय आत्महत्या मामले में एसपी बागपत ने पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। ग्रामीणों ने निरीक्षक चंद्रकांत पांडेय समेत पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ तहरीर दी थी। मामले में 13 पुलिसकर्मियों को लाइनहाजिर भी किया गया था।बागपत में 26 जुलाई को रंछाड गांव में टीकाकरण केंद्र पर पुलिस और ग्रामीणों के बीच हाथापाई हो गई थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अक्षय के घर तोड़फोड़ कर मारपीट की थी। मोहल्ले के लोगों को भी पीटा गया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने अक्षय को भी पकड़ लिया था और उसकी भी पिटाई की गई थी। शाम के समय अक्षय का शव फांसी पर लटका मिला था। मामले में 13 पुलिसकर्मी लाईनहाजिर हो चुके हैं।
ग्रामीणों की तहरीर पर पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। गुरुवार को एसपी बागपत अभिषेक सिंह ने दोषी पुलिसकर्मीयों पर निलंबन की कारवाई की है। अक्षय आत्महत्या मामले में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद एसपी बागपत अभिषेक सिंह ने बिनौली थाना प्रभारी चंद्रकांत पांडेय, हेड कॉन्स्टेबल सलीम, उपनिरीक्षक उधम सिंह तालान, कॉन्स्टेबल अश्वनी और सिपाही मुरली पर कारवाई की है।