
"जिन आतंकियों ने मां-बहनों का सिंदूर उजाड़ा, उनके ठिकाने हमने उजाड़ दिए"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 75वें जन्मदिन के अवसर पर मध्य प्रदेश के धार जिले में आयोजित एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र किया और देश की सैन्य ताकत को लेकर एक सशक्त संदेश दिया।
प्रधानमंत्री ने गर्व के साथ कहा:
“जिन आतंकवादियों ने हमारी माताओं-बहनों का सिंदूर उजाड़ा, हमने उनके ठिकानों को तबाह कर दिया।”
उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि यह नया भारत अब आतंकवाद का केवल मुकाबला नहीं करता, बल्कि उसका मुंहतोड़ जवाब देता है। पीएम मोदी ने कहा कि अब देश किसी की परमाणु धमकी से डरने वाला नहीं है।
क्या है ‘ऑपरेशन सिंदूर’?
प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए बयान के अनुसार, ऑपरेशन ‘सिंदूर’ एक गोपनीय सैन्य अभियान था, जिसमें भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को सीधे निशाना बनाया। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन का उद्देश्य उन आतंकवादियों को सबक सिखाना था जो सीमा पार से भारत में घुसपैठ कर हमारे माताओं-बहनों की इज्जत पर हमला करने आए थे।
हालांकि, इस ऑपरेशन की आधिकारिक पुष्टि रक्षा मंत्रालय या थल सेना की ओर से अभी तक सार्वजनिक रूप से नहीं की गई है, लेकिन प्रधानमंत्री का यह बयान इस ऑपरेशन को सांस्कृतिक और सामरिक दोनों स्तरों पर बेहद महत्वपूर्ण बनाता है।
धार में विकास की नई पहल
प्रधानमंत्री मोदी ने धार में 1000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्क का शिलान्यास भी किया। उन्होंने कहा कि यह पार्क स्थानीय रोजगार, महिला सशक्तिकरण, और कपड़ा उद्योग को नई ऊंचाई देगा।
उन्होंने ये भी कहा कि धार जैसे पिछड़े क्षेत्र में विकास की ऐसी परियोजनाएं भारत के विकासशील से विकसित देश बनने के सपने को साकार करेंगी।
नारी सम्मान और देशभक्ति का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में महिलाओं के सम्मान को केंद्र में रखा और कहा:
“हमारे लिए नारी शक्ति का सम्मान सर्वोपरि है। जो भारत की बेटियों की ओर आँख उठाकर देखेगा, उसे छोड़ा नहीं जाएगा।”
उन्होंने देशवासियों से आग्रह किया कि वे वीर पूर्वजों की तरह राष्ट्र रक्षा, नारी सुरक्षा और सांस्कृतिक अस्मिता को सर्वोच्च मानें।
राजनीतिक और सामाजिक संदेश
पीएम मोदी का यह भाषण सिर्फ एक सुरक्षा अभियान तक सीमित नहीं रहा, बल्कि उन्होंने अपने संदेश के जरिए यह जताने की कोशिश की कि:
- भारत अब रक्षा से आगे बढ़कर आक्रामक सुरक्षा नीति अपना चुका है।
- महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान अब केवल सामाजिक मुद्दा नहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा का विषय भी है।
- भारत की सैन्य शक्ति, राजनीतिक इच्छाशक्ति और जनता का समर्थन अब साथ आ चुका है।



