
मणिपुर में पीएम मोदी का दौरा: मैतेई-कुकी विवाद सुलझाने के लिए नई शांति पहल
मणिपुर में लंबे समय से जारी मैतेई और कुकी समुदायों के बीच तनाव को खत्म करने की दिशा में केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मणिपुर पहुंचे, जहां उन्होंने विकास परियोजनाओं की सौगात देने के साथ ही नई शांति पहल की शुरुआत की। इस दौरे को राज्य में स्थायी समाधान की ओर एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।
पीएम मोदी ने कुकी बहुल क्षेत्र चुराचांदपुर में लगभग 7,300 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास किया, वहीं मैतेई बहुल इंफाल में 1,200 करोड़ रुपये की योजनाओं का उद्घाटन किया। कुल मिलाकर 8,500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की घोषणा से दोनों समुदायों के बीच विकास का संतुलन साधने की कोशिश की गई है।
सरकार ने हाल ही में 4 सितंबर को कुकी उग्रवादी संगठनों के साथ संघर्ष विराम समझौता (Suspension of Operations) किया था। इसके तहत एक साल तक उग्रवादियों के खिलाफ बड़े सैन्य अभियानों को रोकने, राष्ट्रीय राजमार्ग-2 को खोलने और आपूर्ति बहाल करने पर सहमति बनी। इस कदम को मणिपुर में शांति बहाली की दिशा में अहम माना जा रहा है।
राजनीतिक मोर्चे पर भी बड़ा बदलाव देखने को मिला है। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को पद से हटाकर मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया। माना जा रहा है कि यह कदम दोनों समुदायों के बीच भरोसा बहाल करने और निष्पक्ष प्रशासन सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया।
हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि समझौते और विकास योजनाओं से सकारात्मक संकेत जरूर मिले हैं, लेकिन असली चुनौती इन्हें जमीन पर उतारने और समुदायों के बीच लंबे समय से बने अविश्वास को खत्म करने की होगी।