
पाकिस्तान की सेना के अनुसार, खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के ओरकजई जिले में एक इंटेलिजेंस आधारित ऑपरेशन के दौरान तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) और अन्य आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में 11 सैनिक शहीद हो गए।
ताकि इस कार्रवाई में आतंकवादियों की संख्या भी हुई बड़ी — सेना का दावा है कि 19 आतंकवादी मारे गए।
घटना की शुरुआत रात के वक्त हुई जब सुरक्षा बलों ने आतंकियों के ठिकाने पर छापा मारा और यही छापेमारी भारी गोलीबारी में बदल गई।
सेना ने बताया कि शहीद सैनिकों में लेफ्टिनेंट कर्नल जुनाइद अरिफ और मेजर तैय्यब रहात भी शामिल हैं, जिन्होंने मोर्चे पर ही वीरगति प्राप्त की।
पाकिस्तानी सेना ने यह भी दावा किया कि मारे गए आतंकियों को “ख़्वारिज” कहा गया, एक शब्द जिसका उपयोग वह उन आतंकवादियों के लिए करती है जिन पर भारत-समर्थन के आरोप लगते हैं।
प्राइम मिनिस्टर शेहबाज़ शरीफ ने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी और सुरक्षा बलों की सराहना की, वहीं सेना ने कहा कि “सैनिटाइजेशन ऑपरेशन” जारी है ताकि इलाके से शेष आतंकियों को ही खात्मा किया जाए।