
मराठी फिल्म ‘ये रे ये रे पैसा 3’ को रिलीज से पहले ही मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने आरोप लगाया है कि इस मराठी फिल्म को थिएटरों में पर्याप्त स्क्रीन नहीं दिए जा रहे हैं, जबकि हिंदी फिल्म ‘सैय्यारा’ को ज्यादा प्राथमिकता दी जा रही है।
MNS नेता अमेय खोपकर ने चेतावनी दी है कि अगर मराठी फिल्मों को नजरअंदाज किया गया तो मल्टीप्लेक्स के शीशे तोड़ दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में मराठी भाषा और सिनेमा को दबाने की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस विवाद के बाद कुछ सिनेमाघरों ने स्थिति को लेकर पुलिस से भी संपर्क किया है। फिल्म इंडस्ट्री के कुछ लोगों का कहना है कि स्क्रीन बंटवारे का फैसला व्यावसायिक आधार पर होता है, लेकिन मराठी सिनेमा को भी उचित स्थान मिलना चाहिए।
इस मामले ने एक बार फिर राज्य में भाषा और सिनेमा के अधिकारों को लेकर बहस छेड़ दी है। अब देखना होगा कि क्या यह विवाद फिल्म की रिलीज और बॉक्स ऑफिस पर असर डालेगा या नहीं।