
हाल ही में सोशल मीडिया पर सोनू निगम के बेंगलुरु कॉन्सर्ट की वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें उनका एक बयान विवाद का कारण बन गया है। कॉन्सर्ट के दौरान एक फैन ने सोनू निगम से कन्नड़ भाषा में गाने की मांग की, जिस पर गायक ने प्रतिक्रिया दी। उनका कहना था कि “ऐसी मांग करना गलत है, इससे हम जम्मू और कश्मीर के पहलगाम जैसे खतरनाक इलाकों में पहुँच सकते हैं।”
सोनू का यह बयान कर्नाटका में कन्नड़ भाषा बोलने वालों की भावनाओं को आहत कर गया। कन्नड़ रक्षणा वेदिके (KRV), एक प्रमुख कन्नड़ समर्थक संगठन, ने सोनू निगम के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उनका आरोप है कि सोनू ने अपने बयान में कन्नड़ भाषा और कर्नाटका के लोगों का अपमान किया है, और यह बयान भाषाई विद्वेष को बढ़ावा देता है।
सोनू निगम ने इसे हल्के-फुल्के मजाक के रूप में पेश किया था, लेकिन उनका बयान कर्नाटका में एक “संवेदनशील मुद्दा” बन गया, क्योंकि कर्नाटका के लोग अपनी भाषा और संस्कृति के प्रति बेहद संवेदनशील हैं। कन्नड़ रक्षणा वेदिके ने मांग की है कि सोनू निगम के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए और उनका बयान वापस लिया जाए।
क्या है सोनू निगम का विवादास्पद बयान? जानिए पूरा मामला
हाल ही में सोनू निगम के बेंगलुरु कॉन्सर्ट में एक बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है। सोनू निगम ने इस कॉन्सर्ट के दौरान एक फैन की कन्नड़ में गाने की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, “ऐसी मांग करना गलत है, इससे हम जम्मू और कश्मीर के पहलगाम जैसे खतरनाक इलाकों में पहुँच सकते हैं।”
सोनू का यह बयान जल्द ही कर्नाटका में कन्नड़ भाषी समुदाय के बीच आक्रोश का कारण बन गया। उनके बयान को कर्नाटका रक्षणा वेदिके (KRV), एक कन्नड़ समर्थक संगठन, ने “भाषाई विद्वेष और कर्नाटका के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाला” बताया और सोनू के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। वेदिके का कहना है कि इस तरह के बयान कर्नाटका के लोगों को धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से उकसाने वाले हैं।
कन्नड़ रक्षणा वेदिके ने दावा किया है कि सोनू का बयान कर्नाटका की संवेदनशीलता और संस्कृतिक पहचान का अपमान करता है। संगठन ने इस मामले में कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
सोनू निगम ने हालांकि अपने बयान को एक मजाक के रूप में पेश किया था, लेकिन कर्नाटका में इसे गंभीरता से लिया गया, क्योंकि राज्य में भाषाई और सांस्कृतिक मुद्दे अक्सर विवाद का कारण बनते हैं।
कर्नाटका की भाषा और संस्कृति:
कर्नाटका में कन्नड़ भाषा को लेकर बहुत संवेदनशीलता पाई जाती है। राज्य में कन्नड़ बोलने वाले लोगों का एक मजबूत समुदाय है और उनके लिए यह मुद्दा केवल भाषा से संबंधित नहीं बल्कि सांस्कृतिक पहचान का भी है। इसलिए किसी भी बाहरी व्यक्ति द्वारा कन्नड़ भाषा या संस्कृति पर की गई आलोचना को गंभीरता से लिया जाता है।
इस विवाद ने एक बार फिर कर्नाटका में भाषाई राजनीति और संस्कृतिक अस्मिता को लेकर चर्चा शुरू कर दी है। कन्नड़ रक्षणा वेदिके का कहना है कि “कन्नड़ भाषी लोगों की भावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए और किसी भी गायक या अभिनेता को अपनी बेजुबान बातों से उनका अपमान करने का अधिकार नहीं है।”
आगे क्या होगा?
इस विवाद ने यह साबित कर दिया है कि भारत में भाषा और संस्कृति के मुद्दे कभी भी विवाद का कारण बन सकते हैं। सोनू निगम ने हालांकि किसी तरह का नकारात्मक उद्देश्य नहीं बताया, लेकिन उनका बयान कर्नाटका के लोगों के बीच भारी प्रतिक्रिया का कारण बन गया।
कन्नड़ रक्षणा वेदिके ने दावा किया है कि अगर सोनू निगम के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई नहीं की जाती है तो यह एक बड़ा मुद्दा बन सकता है और कर्नाटका के लोग अपनी भावनाओं की रक्षा के लिए कड़ी कार्रवाई कर सकते हैं।