
पीएम मोदी ने सीएम भगवंत मान को फोन कर केंद्रीय मदद का जताया भरोसा
ई दिल्ली/चंडीगढ़ — पंजाब में तेज बारिश के बाद आए भारी बाढ़ की तबाही के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार शाम जैसे ही दिल्ली लौटकर विमान से नीचे कदम रखा, तुरंत ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को फोन किया और केंद्र की ओर से हर संभव मदद का भरोसा जताया।
संकट का स्वरूप:
पंजाब में सतलुज, ब्यास और रावी नदियों के उफान और हिमाचल-पंजाब के ऊपरी इलाकों में हुई मूसलाधार वर्षा के कारण बाढ़ का कहर पड़ा। इस प्राकृतिक विपदा से प्रदेश के लगभग 2.5 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, वहीं अब तक 29 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
राहत और बचाव अभियान:
सीएम भगवंत मान ने होशियारपुर ज़िले के टांडा सहित बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया, जहाँ उन्होंने राहत अभियानों की समीक्षा की और पानी, चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता की निगरानी की।
भाज्ञवंत मान ने मोदी को रविवार को एक पत्र लिखकर ₹60,000 करोड़ की लंबित सहायता जारी करने और मुआवज़ा बढ़ाने का आग्रह किया। उन्होंने SDRF (State Disaster Response Fund) की वर्तमान दर को किसानों के लिए पर्याप्त न मानते हुए प्रति एकड़ ₹50,000 तक बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है।
इसके अलावा, BSF, NDRF और भारतीय वायु सेना ने मिलकर 1200 से अधिक गांवों में फंसे लोगों को बचाया।
अधिकारियों के अनुसार, राज्य में लगभग 1.25 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, विशेषकर फीरोजपुर जिले में 45,000 लोग अकेले प्रभावित हैं। राहत शिविरों में हजारों लोगों को स्थानांतरित किया गया है।
प्रशासन की प्रतिक्रियाएँ:
सभी स्कूलों को 3 सितम्बर 2025 तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है, ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। निजी स्कूलों को बंदी का पालन करने का निर्देश भी दिया गया है।
सीमावर्ती अमृतसर में रावी नदी के उफान के कारण लगभग 50 गांव प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने 1,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।



