
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कोलकाता लॉ कॉलेज में हुई कथित गैंगरेप घटना को लेकर पुलिस और प्रशासन की तीखी सार्वजनिक आलोचना की। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि दोषियों के खिलाफ बिना किसी राजनीतिक दबाव के सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
महुआ ने इस विवाद से जुड़ी महिलाओं के प्रति पूर्वाग्रह पर भी बात की और कहा कि:
“Misogyny cuts across party lines”— यानि “पुरुष-विरोधी मानसिकता सिर्फ एक पार्टी तक सीमित नहीं है” ।
इस पर टीएमसी के वरिष्ठ नेता कल्याण बनर्जी ने महुआ के ऊपर सीधा हमला बोलते हुए उनके “पर्सनल लाइफ” को लेकर कटाक्ष किया। उन्होंने संकेत देते हुए कहा कि महुआ ने “हनीमून जैसी जिंदगी” जिया है, और यह बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया ।
यह जारी काउंटर-वॉर्ड युद्ध महुआ और कल्याण के बीच पिछली मामलों को भी ज़िंदा कर रहा है—तीन महीने पहले भी दोनों में तनाव की घटनाएँ सामने आती रही हैं । मौजूदा वक्त में महुआ ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि महिलाओं के खिलाफ मानसिकता सभी पार्टीयों में मौजूद है—इससे यह विवाद और गहराया है ।
टीएमसी के भीतर इस संघर्ष को दिखाता है कि एक तरफ महुआ का जोरदार आक्रोश रहा, तो वहीं कल्याण का तीखा जवाब भी आया। महुआ ने न्याय और आरोपियों के प्रति कार्रवाई की बात की, तो कल्याण ने गोपनीय जीवन की बात करके माहौल और मुद्दों को निजी कर दिया। इससे पता चलता है कि टीएमसी में विचारधारात्मक मतभेद और रणनीतिक चिंताएं गहराती जा रही हैं। फिलहाल मेनपार्टी की तरफ से इन बयानों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।