
राजस्थान हाईकोर्ट ने बहुप्रतीक्षित फैसला सुनाते हुए 2021 की पुलिस सब-इंस्पेक्टर (SI) भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया है। यह निर्णय परीक्षा में व्यापक स्तर पर हुए पेपर लीक और भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताओं को लेकर दायर याचिकाओं की सुनवाई के बाद लिया गया है।
क्या था मामला?
राजस्थान पुलिस SI भर्ती 2021 में कुल 859 पदों के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी। लेकिन परीक्षा के तुरंत बाद ही पेपर लीक की शिकायतें सामने आने लगीं। इस मामले में विशेष जांच दल (SIT) द्वारा कई गिरफ्तारियां भी की गईं। इसके बावजूद, सरकार ने परीक्षा को वैध मानते हुए चयन प्रक्रिया को आगे बढ़ाया, जिस पर हाईकोर्ट ने नवंबर 2024 में स्टेटस क्वो (स्थिति यथावत रखने) का आदेश दे दिया था।
हाईकोर्ट ने क्या कहा?
हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति समीर जैन ने फैसले में स्पष्ट किया कि ऐसी भर्ती प्रक्रिया जिसमें पारदर्शिता न हो, वह संविधान की भावना के खिलाफ है। कोर्ट ने कहा कि परीक्षा प्रणाली में गड़बड़ियों की अनदेखी करके योग्य उम्मीदवारों के साथ अन्याय नहीं किया जा सकता।
सरकार का पक्ष और कोर्ट की टिप्पणी
राज्य सरकार की ओर से एडवोकेट जनरल ने तर्क दिया कि पेपर लीक की घटनाएं सीमित थीं और दोषियों पर कार्रवाई की जा चुकी है। लेकिन कोर्ट ने इस तर्क को खारिज करते हुए कहा कि चयन प्रक्रिया पूरी तरह दूषित हो चुकी थी, इसलिए इसे वैध नहीं माना जा सकता।
भर्ती रद्द होने के बाद क्या होगा?
2021 में उम्र सीमा पार कर चुके अभ्यर्थियों को 2025 की SI भर्ती में शामिल होने की अनुमति दी गई है।
RPSC द्वारा SI के 1015 नए पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू होने की संभावना है।
जिन अभ्यर्थियों का चयन हो चुका था, उनके परिवारों ने विरोध दर्ज कराया है और इसे मेहनती उम्मीदवारों के साथ अन्याय बताया है।
राजनीतिक बवाल भी तेज
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि परीक्षा रद्द करने में देरी जानबूझकर की गई। उन्होंने दावा किया कि 1 लाख से ज्यादा युवा दिल्ली कूच करेंगे और केंद्र से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग करेंगे।
आगे की राह
अब सभी निगाहें राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) पर हैं कि वह नई भर्ती कब तक शुरू करता है और रद्द हुई परीक्षा से प्रभावित उम्मीदवारों को किस तरह से समायोजित किया जाएगा।