
आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के वरिष्ठ नेता राम माधव ने पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर की हालिया परमाणु धमकी पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। माधव ने साफ शब्दों में कहा कि भारत किसी भी तरह की धमकियों से भयभीत होने वाला राष्ट्र नहीं है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत ने हमेशा अपने हितों और संप्रभुता की रक्षा की है और आगे भी करेगा।
माधव का यह बयान ऐसे समय आया है जब पाकिस्तान लगातार भारत को लेकर आक्रामक बयानबाज़ी कर रहा है। जनरल मुनीर ने हाल ही में परमाणु हथियारों का जिक्र करते हुए कहा था कि पाकिस्तान अपनी ताकत दिखाने से पीछे नहीं हटेगा। इस पर राम माधव ने कटाक्ष करते हुए कहा कि ये धमकियां भारत को डरा नहीं सकतीं, बल्कि हमारे इरादे और मजबूत करती हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस संबोधन का भी ज़िक्र किया। पीएम मोदी ने अपने भाषण में संघ की भूमिका का उल्लेख किया था। इस पर माधव ने कहा कि यह संघ की 100 साल की यात्रा और जनता के बीच उसकी जड़ों के मजबूत होने का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि विरोधियों ने हमेशा आरएसएस को बदनाम करने की कोशिश की, लेकिन संघ आज भी समाज और राष्ट्र निर्माण की दिशा में लगातार योगदान दे रहा है।
राम माधव ने इस मौके पर अमेरिका की नीतियों का भी जिक्र किया। उन्होंने डोनाल्ड ट्रम्प की “अमेरिका फर्स्ट” नीति को व्यावहारिक बताया। उनके मुताबिक, ट्रम्प का दृष्टिकोण पूरी तरह लेन-देन पर आधारित है और भारत को भी इस रुख को समझते हुए अपने संबंधों को आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत को भावनात्मक नहीं बल्कि यथार्थवादी दृष्टिकोण अपनाना चाहिए और हर देश के साथ संबंध उसी तर्ज पर बनाने चाहिए जैसे आज चीन और रूस जैसे राष्ट्र कर रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए माधव ने कहा कि कांग्रेस हमेशा आरएसएस की आलोचना राजनीतिक लाभ के लिए करती रही है। उन्होंने कहा कि संघ को कमजोर करने की साज़िशें नई नहीं हैं, लेकिन हर आलोचना के बावजूद संगठन और मज़बूत होकर उभरा है।
इस पूरे घटनाक्रम से साफ है कि आरएसएस और उसके नेता पाकिस्तान की धमकियों को हल्के में नहीं लेते, लेकिन साथ ही उन्हें भारत की ताकत और आत्मविश्वास पर पूरा भरोसा है। राम माधव का यह बयान न सिर्फ पाकिस्तान को चेतावनी है बल्कि यह संदेश भी है कि भारत हर परिस्थिति में अपने राष्ट्रहित की रक्षा करने के लिए तैयार है।