
रूस ने समुद्री ड्रोन से किया यूक्रेनी नौसेना का सबसे बड़ा जहाज डूबा
रूस-यूक्रेन युद्ध में पहली बार समुद्री ड्रोन का सफलतापूर्वक इस्तेमाल करते हुए रूस ने यूक्रेनी नौसेना के सबसे बड़े जहाज सिम्फरोपोल को डुबो दिया है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने इस हमले को ऐतिहासिक करार दिया है और कहा कि यह उनकी नौसैनिक रणनीति में एक बड़ा मोड़ साबित होगा। इस हमले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें ड्रोन सीधे जहाज को टकराते हुए दिख रहा है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घटना डेन्यूब नदी के डेल्टा क्षेत्र में हुई, जो यूक्रेन के ओडेसा इलाके के पास है। रूस का दावा है कि समुद्री ड्रोन की इस कार्रवाई ने 2014 के बाद लॉन्च किए गए यूक्रेन के सबसे बड़े नौसैनिक पोत को नष्ट कर दिया। सिम्फरोपोल को 2019 में लॉन्च किया गया था और 2021 में इसे आधिकारिक तौर पर यूक्रेनी नौसेना में शामिल किया गया था। यह जहाज टोही और गश्ती अभियानों के लिए इस्तेमाल किया जाता था।
हमले के बाद रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सिम्फरोपोल के क्रू में से एक सदस्य की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। बड़ी संख्या में नाविकों को बचा लिया गया है, लेकिन कुछ अब भी लापता बताए जा रहे हैं। बचाव अभियान जारी है और यूक्रेनी पक्ष की ओर से इस नुकसान की आधिकारिक पुष्टि आंशिक रूप से की गई है।
सैन्य विशेषज्ञों के अनुसार, यह हमला रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में नई तकनीक की अहमियत को दर्शाता है। अब तक युद्ध में जमीनी ड्रोन और हवाई ड्रोन का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल देखा गया था, लेकिन यह पहली बार है जब समुद्री ड्रोन का उपयोग कर किसी बड़े नौसैनिक जहाज को डुबोया गया है। यह घटना भविष्य में समुद्री युद्ध की रणनीतियों को बदल सकती है।
रूस ने इसे अपनी तकनीकी क्षमता का प्रदर्शन बताया है और कहा है कि ड्रोन आधारित युद्धक क्षमता अब उनकी नौसैनिक शक्ति का हिस्सा बनेगी। दूसरी ओर, यूक्रेनी समर्थक विशेषज्ञों का कहना है कि इस हमले से यूक्रेन की नौसैनिक ताकत को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि सिम्फरोपोल जैसे आधुनिक जहाजों की संख्या बेहद सीमित थी।
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का स्वरूप पहले से ही बेहद घातक और तकनीकी रूप ले चुका है। मिसाइल हमले, ड्रोन हमले और साइबर युद्ध पहले से ही इस संघर्ष का हिस्सा हैं। अब समुद्री ड्रोन के जरिए जहाज को डुबोने की यह घटना वैश्विक सुरक्षा विशेषज्ञों के लिए चिंता का विषय बन गई है।
रक्षा विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं सिर्फ रूस-यूक्रेन युद्ध तक सीमित नहीं रहेंगी बल्कि भविष्य में समुद्री संघर्षों में ड्रोन का इस्तेमाल आम हो जाएगा। इससे पारंपरिक नौसैनिक युद्धक जहाजों की सुरक्षा और रणनीतिक उपयोगिता पर गंभीर सवाल खड़े हो सकते हैं।
कुल मिलाकर, सिम्फरोपोल का डूबना यूक्रेनी नौसेना के लिए गहरा नुकसान है और रूस के लिए यह मनोवैज्ञानिक और सैन्य दोनों दृष्टियों से बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इसने एक बार फिर यह दिखा दिया है कि आधुनिक युद्ध में तकनीक ही सबसे बड़ा हथियार बन चुकी है।