
बॉलीवुड की हास्य-कीर्ती और लंबे समय तक सिनेमा पर राज करने वाले अभिनेता Govardhan Asrani (उपनाम “Asrani”) का सोमवार को मुम्बई में निधन हो गया, जब वे 84 वर्ष के थे। उनके अचानक चले जाने ने फिल्म जगत को स्तब्ध कर दिया है।
घटना के अनुसार, Asrani को हाल ही में मुम्बई के Juhu क्षेत्र के Bharatiya Arogya Nidhi Hospital में भर्ती कराया गया था। भर्ती करने का मुख्य कारण था उनकी सांस लेने में गंभीर परेशानी। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, डॉक्टरों ने बताया कि उनके फेफड़ों में तरल पदार्थ ( पानी ) जमा हो गया था, जिसे ‘फ्लूड एक्सस्यूड’ या फेफड़ों में द्रव संचय कहा जाता है। उन्होंने इलाज के दौरान दिक्कतें बढ़ने के कई दिन बाद 20 अक्टूबर 2025 को दोपहर करीब 3 बजे अंतिम सांस ली।
Asrani ने हिंदी सिनेमा में पचास से अधिक वर्षों तक सक्रिय भूमिका निभाई, 300 से अधिक फिल्मों में उन्होंने हास्य-, चरित्र- तथा सहायक भूमिकाएं की थीं। उनकी सबसे चर्चित भूमिका थी 1975 की क्लासिक फिल्म Sholay में ‘जेलर’ की भूमिका, जहाँ उनका संवाद “हम अंग्रेजों के ज़माने के जेलर हैं” अमर हो गया।
उनके निधन पर बॉलीवुड के सितारों समेत प्रधानमंत्री ने भी गहरा दुख प्रकट किया। Asrani का अंतिम संस्कार कुछ ही परिवार-मित्रों की उपस्थिति में मुंबई के Santacruz Crematorium में किया गया। मीडिया से दूर, उन्होंने एक शांत और निजी विदाई को चुना था।
स्वास्थ्य की दृष्टि से देखा जाए तो, फेफड़ों में पानी जमा होना (pulmonary edema या pleural effusion) एक गंभीर स्थिति है, जिसमें सामान्यत: दिल-फेफड़े जुड़ी समस्या, इंफेक्शन या गुर्दे की समस्या के कारण हो सकती है। क्योंकि असहज सांस-लेने में, छाती में भारीपन या घुटन महसूस होने जैसी स्थिति आती है। Asrani के मामले में इसी प्रकार की शिकायत सामने आई थी कि उन्हें सांस लेने में तकलीफ बढ़ रही थी और अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।
अगर इस स्थिति पर ध्यान न दिया जाए, तो यह तेजी से स्थिति बिगाड़ सकती है — खून में ऑक्सीजन कम होना, अंगों में ऑक्सीजन की कमी, और अंततः अन्य जटिलताएँ हो सकती हैं। इस प्रकार की स्वास्थ्य समस्या में समय-समय पर डॉक्टर से मिलना, फेफड़ों व हृदय की जांच करवाना (ECG, Echo, Chest X-ray, Ultrasound) और जीवनशैली में बदलाव करना (धूम्रपान-तंबाकू से दूरी, संतुलित आहार, नियमित व्यायाम) महत्वपूर्ण है।



