
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले लोक गायिका मैथिली ठाकुर के राजनीति में उतरने की खबरें तेजी से फैल रही हैं। इस पर खुद उनके पिता रमेश ठाकुर ने अब बयान देकर इन अटकलों पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी बेटी को मौका मिलता है तो वह “राजनीति करने नहीं, बल्कि बदलाव लाने” के उद्देश्य से मैदान में उतरेंगी।
रमेश ठाकुर ने कहा कि उन्हें मीडिया में चल रही खबरों से खुशी हुई, लेकिन अब तक मैथिली ठाकुर की ओर से कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि मैथिली शुरू से ही समाजसेवा की भावना रखती हैं और अगर वह राजनीति में आती हैं तो बिहार के लिए एक नई दिशा तय कर सकती हैं।
बिहार की मौजूदा सियासत पर बोलते हुए रमेश ठाकुर ने एनडीए सरकार की तारीफ की और कहा कि राज्य में विकास के कार्य तेज़ी से हुए हैं। वहीं उन्होंने लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि जब लालू यादव सत्ता में आए थे, तब से बिहार में अराजकता और जातिगत राजनीति बढ़ी थी।
वहीं दूसरी ओर मैथिली ठाकुर ने भी अपने एक बयान में कहा कि वे राजनीति को “सत्ता का खेल” नहीं बल्कि “सेवा का अवसर” मानती हैं। उन्होंने कहा, “मैं राजनीति करने नहीं, समाज की भलाई और सकारात्मक बदलाव लाने आई हूं। अगर जनता और ऊपरवाला चाहे तो मैं जरूर आगे आऊंगी।”
मैथिली ठाकुर बिहार के मधुबनी जिले की रहने वाली हैं और अपने लोकगीतों व मिथिला संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिला चुकी हैं। ऐसे में अब उनके राजनीति में आने की चर्चा ने बिहार की सियासत में नई हलचल पैदा कर दी है।