
बरेली में जुमे की हिंसा के बाद एक्शन मोड में योगी सरकार
उत्तर प्रदेश के बरेली में जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा के मामले में योगी सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए एक के बाद एक कार्रवाई शुरू कर दी है। ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद से शुरू हुआ यह मामला अब बड़े प्रशासनिक एक्शन में बदल गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कहा है कि उपद्रवियों के साथ किसी तरह की नरमी नहीं बरती जाएगी।
कैसे भड़की हिंसा
दरअसल, बरेली के पुराने शहर इलाके में शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान कुछ लोगों ने ‘I Love Muhammad’ लिखे पोस्टर लगाए थे। इस पर दूसरे समुदाय के लोगों ने विरोध जताया और देखते ही देखते माहौल तनावपूर्ण हो गया। कुछ ही देर में पथराव और तोड़फोड़ की घटनाएं शुरू हो गईं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू में किया, लेकिन कई जगह तनाव बना रहा।
गिरफ्तारियां और बुलडोजर कार्रवाई
हिंसा में भूमिका को लेकर पुलिस ने अब तक 73 लोगों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी के तौर पर तौकीर रज़ा खान, जो इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के प्रमुख हैं, को गिरफ्तार कर लिया गया है। रज़ा के करीबी नफ़ीस खान और नदीम खान समेत कई लोगों की पहचान की गई है।
प्रशासन ने इनके अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाकर कार्रवाई की है। बरेली विकास प्राधिकरण (BDA) ने रज़ा के रिश्तेदार से जुड़े ‘रज़ा पैलेस’ बैंक्वेट हॉल को ध्वस्त कर दिया। अधिकारियों के अनुसार, यह निर्माण बिना अनुमति के किया गया था।
योगी सरकार की सख्त नीति
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया कि “जो लोग कानून तोड़ने के आदी हैं, उनके खिलाफ ‘डेंटिंग-पेंटिंग’ यानी सख्त सुधारात्मक कार्रवाई की जाए।”
सीएम ने कहा कि किसी भी कीमत पर उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा और नुकसान की भरपाई दोषियों से ही की जाएगी।
शहर में अलर्ट और निगरानी बढ़ाई गई
बरेली प्रशासन ने शहर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं और संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। ड्रोन से लगातार निगरानी की जा रही है ताकि किसी भी अफवाह या नई हिंसा को रोका जा सके।
विपक्ष और मुस्लिम संगठनों की प्रतिक्रिया
वहीं, विपक्षी दलों और कुछ मुस्लिम संगठनों ने इस कार्रवाई को “धार्मिक पक्षपात” बताया है और कहा है कि बिना जांच पूरी किए बुलडोजर चलाना संविधान के खिलाफ है। हालांकि, यूपी सरकार का कहना है कि यह पूरी तरह कानूनी कार्रवाई है और केवल अवैध निर्माणों पर ही कार्रवाई की गई है।
स्थिति नियंत्रण में, निगरानी जारी
फिलहाल बरेली में स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन प्रशासन अलर्ट मोड में है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसी भी नई साजिश या उकसावे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।