
बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी के मंच से उनके समर्थकों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी स्वर्गीय माँ के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया है। बीजेपी ने इसे तीव्रता से उठाकर विपक्ष पर निशाना साधा है।
विवाद का प्रारंभ – ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में आपत्तिजनक भाषा
दरभंगा में आयोजित राहुल गांधी की यात्रा के दौरान मंच पर कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा पीएम मोदी और उनकी मां के प्रति अभद्र टिप्पणियाँ सामने आईं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद विवाद फैल गया। हालांकि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव उस समय मंच पर नहीं थे। स्थानीय कांग्रेस नेता मोहम्मद नौंशाद, जिनके साथ मंच तैयार किया गया था, ने बाद में क्षमायाचना करते हुए कहा कि यह कुछ अनुचित समर्थकों की हरकत थी।
BJP का तीखा रुख – FIR और राष्ट्रीय विरोध अभियान
बीजेपी ने इस घटना को “गाली राजनीति का नया स्तर” बताते हुए शुक्रवार, 28 अगस्त को कोतवाली पटना में एफआईआर दर्ज कर दी। बीजेपी नेता और NDA गठबंधन ने इस मुद्दे को बिहार और पूरे देश में मातृशक्ति के सम्मान के नाम पर भुनाने की रणनीति अपनाई।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और हिंसा-रहित बंद का आह्वान
— बिहार के महिला विंग सहित NDA घटक नेताओं ने 4 सितम्बर, 2025 को पांच घंटे का बिहार बंद घोषित किया—सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक—PM की माँ पर आपत्तिजनक भाषा के विरोध में। पुलिस तक आपत्ति दर्ज कराई गई और NDA ने इसे महिलाओं और माताओं के सम्मान का सवाल बताया।



