
रविवार, 30 नवंबर 2025 को राजधानी Delhi-NCR में वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार देखने को मिला है — Central Pollution Control Board (CPCB) द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का औसत AQI 268 रिकॉर्ड किया गया, जो हाल के कई दिनों में पहली बार 300 के नीचे गया है।
विशेष रूप से, प्रमुख क्षेत्रों में सुधार दिखा है: India Gate और कर्तव्य पथ में AQI 222 दर्ज हुआ, जबकि ITO इलाके में AQI 269 रहा। दोनों रीडिंग ‘खराब (Poor)’ श्रेणी में आती हैं — जो यह दर्शाती है कि हालात पूरी तरह सुरक्षित नहीं हुए, लेकिन ‘बहुत खराब’ या ‘गंभीर’ श्रेणी की तुलना में स्थिति बेहतर हुई।
वायु प्रदूषण में यह अल्पकालीन गिरावट मौसम और वायुमंडलीय स्थितियों के कारनामे की देन मानी जा रही है — जैसे हवा की दिशा व गति, धूल-धुआं फैलने की क्षमता, आदि। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे प्रदूषण के कण थोड़े फैल गए, जिससे हवा कुछ समय के लिए थोड़ी साफ महसूस हुई। इसके बावजूद, कई इलाकों में स्मॉग और प्रदूषित हवा की परत बनी हुई है।
हालाँकि AQI में गिरावट हुई है, लेकिन विशेषज्ञों और पर्यावरणविदों ने यह चेतावनी भी दी है कि इस ‘राहत’ को अस्थायी माना जाना चाहिए। कई इलाकों — खासकर दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के उपनगरीय भागों — में प्रदूषण का स्तर अभी भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। लोग — विशेष रूप से बुज़ुर्ग, बच्चे, अस्थमा या सांस की बीमारियों से जूझ रहे — सावधानी बरतें, मास्क पहनें और अनावश्यक बाहर निकलने से बचें।
इस बीच, प्रशासन व प्रदूषण-नियंत्रण एजेंसियाँ भी सतर्क हैं। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि वाहन उत्सर्जन, निर्माण धूल, और अन्य प्रदूषण स्रोतों को नियंत्रित रखने में मदद करें। साथ ही सुझाव दिया जा रहा है कि लोग सार्वजनिक परिवहन, कार पूलिंग और पर्यावरण‐अनुकूल व्यवहार की ओर आएँ ताकि ऐसे “छोटे सुधार” स्थायी हों और हवा जल्दी फिर से जहरीली न बने।



