
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक ओ. पी. सिंह ने हाल ही में सड़क सुरक्षा और ड्राइविंग संस्कृति को लेकर एक विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग महिंद्रा Thar और Royal Enfield Bullet जैसी गाड़ियाँ चलाते हैं, उनमें “बदमाश और सिरफिरे” बहुत होते हैं और उनका वाहन‑चयन उनके माइंडसेट को दर्शाता है। उन्होंने इसे सड़क पर असुरक्षित ड्राइविंग का संकेत भी बताया। इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर हलचल मच गई, क्योंकि कई लोगों ने इसे व्यक्तिगत हमला और सामान्यीकरण (stereotype) माना।
इस बयान पर अभिनेत्री गुल पनाग ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा कि वह खुद Thar और Royal Enfield चलाती हैं और उनके परिवार की महिलाएं भी इन गाड़ियों का इस्तेमाल करती हैं। गुल पनाग ने स्पष्ट किया कि इस तरह के सामान्यीकरण से वाहन‑मालिकों को गलत तरीके से आंकना और उन्हें अपमानित महसूस कराना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के लिए केवल “किस्सों‑कहानियों और धारणाओं” पर भरोसा करना पर्याप्त नहीं है।
गुल पनाग ने सुझाव दिया कि हमें एक ऐसा कानून और प्रबंधन प्रणाली (law‑management system) चाहिए, जो न केवल कानून का सम्मान बनाए रखे बल्कि लोगों में “स्वस्थ डर” भी पैदा करे, ताकि सड़क पर सुरक्षित व्यवहार सुनिश्चित हो सके। उनका कहना था कि किसी वाहन को केवल उसके मॉडल या ब्रांड के आधार पर अपराधी या बदमाश बताना अनुचित और अपमानजनक है। उनकी यह प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और लोगों में वाहन‑संबंधी पूर्वाग्रह (vehicle-related prejudice) पर चर्चा शुरू कर दी है।



