
‘मोनालिसा भोसले’ का फिल्मी सफर: महाकुंभ से वायरल-बनकर अब साउथ सिनेमा में एंट्री
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले की मोनालिसा भोसले — जिन्हें इस वर्ष के महाकुंभ मेला 2025 (प्रयागराज) में रुद्राक्ष माला बेचते हुए एक वीडियो वायरल होने के बाद “महाकुंभ की मोनालिसा” के नाम से जाना गया — अब सिर्फ एक सोशल-मीडिया सनसनी नहीं रह गई हैं, बल्कि एक फिल्मी चेहरा बनने जा रही हैं।
उनकी वायरल पहचान ने न सिर्फ उन्हें लोक-लुभावन छवि दी, बल्कि फिल्मों तक का रास्ता भी खोल दिया है। खबर है कि मोनालिसा अब साउथ-इंडस्ट्री में कदम रखने वाली हैं — एक तेलुगू या मलयालम फिल्म में उनका डेब्यू तय हुआ है।
उनके सफर की शुरुआत बेहद सामान्य रही — मेले में रुद्राक्ष-माला बेचना और भीड़-भाड़ में अचानक छा जाना। वीडियो में उनकी मुस्कान, कजरारी आंखें और सहजता ने उन्हें सोशल-मीडिया पर पहचान दिलाई। इसके बाद मीडिया, फोटोशूट और फिल्मों के ऑफर उनकी ओर आने लगे।
अब विशेष रूप से कहा जा रहा है कि फिल्म का नाम ‘नागम्मा’ है, जिसमें साउथ के अभिनेता कैलाश के साथ वह नजर आएंगी। फिल्म का डायरेक्शन पी. बीनू वर्गीस के हाथ में है और पूजा-सेरेमनी कोच्चि में हो चुकी है।
मोनालिसा ने इस नए सफर के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है — उन्होंने बताया है कि तेलुगू-मलयालम भाषा सीखने की प्रेरणा ली है ताकि उनकी भूमिका बेहतर दर्जे की हो सके।
यह कहानी कई मायनों में प्रेरणादायक है — एक साधारण-मन की लड़की जिसने अचानक वायरल हुआ, फिर अपनी पहचान बनाई और अब फिल्मों की ओर बढ़ रही है। लेकिन इसके साथ चुनौतियाँ भी हैं: फिल्म-इंडस्ट्री का दबाव, भाषा-बाधा, सफलता-की अपेक्षाएँ और सोशल-मीडिया की निगाहें।
यदि आगे देखें तो, मोनालिसा की यह यात्रा यह दिखाती है कि कैसे एक वायरल लहर व्यक्ति की जिंदगी बदल सकती है — लेकिन साथ ही यह भी याद दिलाती है कि सफलता स्थिर नहीं है, और यदि आप ध्यान न दें तो चलती हवा में बह भी सकते हैं।



