
पटना में कांग्रेस कार्यालय पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा कथित रूप से धावा बोलने के चलते एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। यह घटना तब घटित हुई जब राहुल गांधी की ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ के दौरान मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता के संबंध में अपमानजनक टिप्पणी की गई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस टिप्पणी के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय पर कार्रवाई की, जिसके बाद दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच भयंकर झड़प हुई।
राहुल गांधी ने इस घटना के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भावुक प्रतिक्रिया दी और लिखा:
“सत्य और अहिंसा के आगे असत्य और हिंसा टिक ही नहीं सकते। मारो और तोड़ो, जितना मारना-तोड़ना है — हम सत्य और संविधान की रक्षा करते रहेंगे। सत्यमेव जयते।”
इस बयान ने घटना की गंभीरता को दर्शाया, जिसमें राहुल गांधी ने हिंसा और अनैतिकता के खिलाफ ‘सत्य’ और ‘संविधान’ की रक्षा का संकल्प दोहराया। पटना में हुए इस विवाद ने कांग्रेस की यात्रा और राजनीतिक माहौल को और तनावपूर्ण बना दिया है। भाजपा का कहना है कि वे शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, जबकि कांग्रेस कार्यकर्ता आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें उकसाया और पथराव भी किया गया।
एक अन्य रिपोर्ट में आरोप है कि इस घटना में अप्रिय भाषा का इस्तेमाल रैली के मंच से ही हुआ था, जिसे लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
इस पूरे विवाद ने बिहार की राजनीतिक स्थिति को और अधिक गर्मी प्रदान की है, क्योंकि चुनावी तैयारी और यात्रा क्रम विकराल व कठिन हो गई है।