
तेलंगाना मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं मोहम्मद अजहरुद्दीन
हैदराबाद, 31 अगस्त 2025 — पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान और कांग्रेंस नेता मोहम्मद अजहरुद्दीन को तेलंगाना विधान परिषद (MLC) के लिए गवर्नर की आरक्षित कोटे में नामित करने का निर्णय राज्य मंत्रिमंडल ने लिया है। यह राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण निर्णय मौसमी सत्र के पहले दिन विधानसभा में हुई कैबिनेट बैठक के बाद लिया गया, जिसकी घोषणा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी ने की।
इस कदम से सुर्खियों में तब आए जब एम. कोडंदराम को पुनः नामित करने का निर्णय भी लिया गया और अमेर अली खान की जगह अजहरुद्दीन को MLC हेतु नामांकित किया गया, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने पहले उनके नामांकन को आम नोटिस या वैधानिक आपत्तियों के चलते रोका था।
राजनीतिक रणनीति का केंद्र
विश्लेषकों के अनुसार यह सिर्फ एक औपचारिक पद नहीं, बल्कि आगामी जुबिली हिल्स विधानसभा उपचुनाव को ध्यान में रखकर लिया गया एक राजनीतिक रणनीतिक कदम है। BRS विधायक मगंटी गोपीनाथ के निधन के बाद यह सीट रिक्त हुई है। कांग्रेस ने माना था कि अजहरुद्दीन की फिर से टिकट मिलने की संभावना थी। अब उन्हें MLC बनाकर पार्टी को अधिक लचीली स्थिति में लाया गया—जिससे सतत चुनाव संभावना वाले किसी और चेहरे को वहां मैदान में उतारा जा सके।
मंत्रिमंडल में संभावित शामिल — प्रतिनिधित्व की नई दिशा
राजनीतिक हलकों में यह भी चर्चा है कि अजहरुद्दीन को जल्द ही तेलंगाना मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। वर्तमान में मंत्रिमंडल में मुस्लिम समुदाय का कोई चेहरा नहीं है, और ग्रेटर हैदराबाद का कोई प्रतिनिधित्व भी नहीं है। ऐसे में अजहरुद्दीन दोनों गैप्स को भरते हुए कांग्रेस की स्थिति मजबूत करेंगे।
कानूनी पृष्ठभूमि
पहले कोडंदराम और अमेरिक अली खान के नामांकन को सुप्रीम कोर्ट ने रोक दिया था क्योंकि राज्यपाल कोटे की रिक्तियों के संबंध में चल रही याचिकाओं पर निर्णय अधर में थे। बीआरएस के नेताओं दासोजू श्रीवण और कुर्ऱा सत्यनारायण ने इस फैसले को चुनौती दी थी। नए नामांकन यह संकेत देने के रूप में देखे जा रहे हैं कि कांग्रेस इस कानूनी संकट से पार पाना चाहती है।



