
7 मई 2025 को, भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर के परिवार के 14 सदस्य मारे गए। इस कार्रवाई में मसूद अजहर का भाई और भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी रऊफ असगर गंभीर रूप से घायल हुआ, जबकि उसका बेटा हुजैफा भी मारा गया।
मसूद अजहर ने इस त्रासदी पर प्रतिक्रिया देते हुए एक पत्र में लिखा, “दिल करता है कि काश मैं भी इस हमले में मर जाता।” जैश-ए-मोहम्मद ने बयान जारी कर बताया कि मसूद अजहर की बड़ी बहन, मौलाना कशफ का पूरा परिवार, मुफ्ती अब्दुल रऊफ के पोते-पोतियां और अन्य करीबी रिश्तेदार इस हमले में मारे गए या घायल हुए हैं।
भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक प्रहार करते हुए जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर के परिवार और करीबी सहयोगियों को भी निशाना बनाया है। जैश द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि आज बुधवार (7 मई) को मारे गए परिवारजनों और करीबियों को दफनाया जाएगा।
जैश ने बताया कि इस हमले में:
- मसूद अजहर की बड़ी बहन और मौलाना कशफ का पूरा परिवार मारा गया है।
- मुफ्ती अब्दुल रऊफ के पोते-पोतियों की भी जान चली गई।
- बाजी सादिया के पति और सबसे बड़ी बेटी के चार बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
- ज्यादातर मृतक महिलाएं और बच्चे हैं, जिन्हें बहावलपुर में सुभान अल्लाह परिसर पर हुए हमले में निशाना बनाया गया।
बीबीसी उर्दू की रिपोर्ट के अनुसार, मसूद अजहर ने खुद बयान जारी कर यह स्वीकार किया कि:
“मेरे एक करीबी सहयोगी, उनकी मां और दो अन्य नजदीकी रिश्तेदार भी इस हमले में मारे गए हैं।”
टारगेट था बहावलपुर स्थित सुभान अल्लाह परिसर
भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख प्रशिक्षण अड्डे ‘मरकज सुभानअल्लाह’ को भी ध्वस्त किया गया। यहां आतंकियों को आत्मघाती हमलों, रणनीतिक घुसपैठ और घातक हथियारों की ट्रेनिंग दी जाती थी।