
अली खान महमूदाबाद की गिरफ्तारी: ऑपरेशन सिंदूर पर सोशल मीडिया पोस्ट के कारण विवाद
अशोका यूनिवर्सिटी के राजनीतिक विज्ञान विभाग के प्रमुख, प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर की गई एक सोशल मीडिया पोस्ट के कारण हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया। यह पोस्ट भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई से संबंधित थी। हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने इस पोस्ट को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद प्रोफेसर की गिरफ्तारी हुई। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153A (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास स्थान आदि के आधार पर समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना) और 505 (सार्वजनिक शरारतपूर्ण बयान) के तहत मामला दर्ज किया गया है। हालांकि, प्रोफेसर के छात्र और सहयोगी इस गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं, उनका कहना है कि प्रोफेसर की पोस्ट में सेना की कार्रवाई की आलोचना नहीं की गई थी, बल्कि यह एक सामान्य टिप्पणी थी।
प्रोफेसर महमूदाबाद को 20 मई 2025 को न्यायिक हिरासत में भेजा गया। उनकी गिरफ्तारी के विरोध में अशोका यूनिवर्सिटी के छात्रों और शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया और विश्वविद्यालय प्रशासन से उनके समर्थन की मांग की। इस मामले ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और अकादमिक स्वतंत्रता पर बहस को जन्म दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में प्रोफेसर की गिरफ्तारी के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई के लिए सहमति दी है, और मामले की अगली सुनवाई 27 मई 2025 को निर्धारित की गई है।