
ओडिशा के पुरी में हर साल निकलने वाली विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा ना केवल आस्था का महापर्व है, बल्कि इसमें कई अद्भुत रहस्य भी छिपे हुए हैं। उन्हीं में से एक रहस्य मंदिर की सीढ़ियों से जुड़ा है, जो भक्तों और शोधकर्ताओं को आज भी चकित करता है।
कहा जाता है कि श्रीजगन्नाथ मंदिर के भीतर जो सीढ़ियां भगवान के दर्शन के लिए बनाई गई हैं, उनकी दिशा हर बार रथ यात्रा के बाद बदल जाती है। स्थानीय मान्यता है कि जब भगवान जगन्नाथ रथ पर सवार होकर गुंडिचा मंदिर जाते हैं और लौटते हैं, तो मंदिर के गर्भगृह की सीढ़ियों की दिशा रहस्यमय ढंग से बदल जाती है।
हालांकि इसे लेकर कोई वैज्ञानिक प्रमाण या तकनीकी व्याख्या नहीं है। मगर श्रद्धालुओं का विश्वास है कि यह चमत्कार भगवान जगन्नाथ की लीला है। पुरी के पंडा समाज और विद्वान इसे भगवान की शक्ति और उनके अद्भुत मायाजाल का प्रतीक मानते हैं।
रथ यात्रा के दौरान पुरी नगरी में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और हर साल आस्था, भक्ति और अद्भुत रहस्यों का संगम देखने को मिलता है।