
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मधुबनी में आयोजित एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए अपना पहला कड़ा बयान दिया। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान गई थी, जिससे पूरे देश में गुस्से की लहर दौड़ गई।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा:
“जो लोग इस हमले के पीछे हैं, उन्हें ऐसी सजा दी जाएगी जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की होगी। अब आतंकवाद को जड़ से खत्म करने का समय आ गया है। देश का हर नागरिक सुरक्षित रहेगा – ये मेरी गारंटी है।”
प्रधानमंत्री ने आतंकियों और उनके समर्थकों को चेतावनी देते हुए कहा कि भारत अब केवल निंदा नहीं करेगा, बल्कि ठोस कार्रवाई करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अब ‘बचे हुए आतंक के अड्डों’ को भी पूरी तरह खत्म कर दिया जाएगा।
🛡️ सरकार की त्वरित कार्रवाई:
- पीएम मोदी ने सऊदी अरब की यात्रा बीच में छोड़ दिल्ली लौटकर कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई।
- राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह बैठक में शामिल हुए।
- सुरक्षा एजेंसियों को सीमा पार के आतंकी ठिकानों को लेकर स्पष्ट और निर्णायक कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
🌍 अंतरराष्ट्रीय समर्थन:
- अमेरिका, रूस, फ्रांस और ब्रिटेन सहित कई देशों ने हमले की निंदा की और भारत के साथ एकजुटता जताई।
- संयुक्त राष्ट्र ने भी हमले को ‘मानवता के खिलाफ अपराध’ बताया।
🔚 निष्कर्ष:
यह भाषण केवल राजनीतिक प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि एक कड़ा संदेश है – कि अब भारत आतंक के खिलाफ निर्णायक युद्ध के मोड में आ चुका है। यह हमला केवल पहलगाम तक सीमित नहीं रहेगा, इसका जवाब सीमाओं के पार तक गूंजेगा।