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“शेयर बाजार में जोरदार उछाल: डिफेंस-ऑटो-फार्मा शेयरों में तेजी के पीछे तीन बड़े कारण”

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भारतीय शेयर बाजार ने मंगलवार को एक जबरदस्त तेजी का सामना किया, जिसमें BSE Sensex करीब 335 अंक ऊपर बंद हुआ और Nifty 50 भी लगभग 120 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। इस उछाल के पीछे खास तौर पर तीन बड़े कारण सामने आए हैं, जिनकी बदौलत डिफेंस, ऑटो एवं फार्मा जैसे सेक्टरों के शेयरों ने अच्छा प्रदर्शन किया।

मुख्य कारण

  1. भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौते की संभावना
    बाजार विश्लेषकों के अनुसार, भारत और अमेरिका के बीच जारी व्यापार वार्ता में सकारात्मक संकेत मिलने से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। अमेरिका ने भारत पर लगे कुछ टैरिफ घटाने की ओर संकेत दिए हैं, जिससे व्यापार-परिस्थिति बेहतर होने की उम्मीद जग गई है।

  2. अमेरिकी केंद्रीय बैंक (Federal Reserve) द्वारा ब्याज दर कटौती की संभावना
    महंगाई दर में आ रही गिरावट तथा अर्थव्यवस्था में सुस्ती के संकेतों के बीच, फेड द्वारा ब्याज दर में कटौती की उम्मीद से भी बाजार में सकारात्मक भाव बना। यह पड़ोसी देशों के लिए पूंजी प्रवाह को आसान बना सकता है और जोखिम-उन्मुख निवेश को आकर्षित कर सकता है।

  3. अमेरिका में लंबे समय से चल रहे सरकारी शटडाउन का समाप्त होने वाला संकेत
    अमेरिकी कांग्रेस में एक विधेयक पास होने की दिशा में बढ़ने से यह आशा बनी है कि शटडाउन खत्म हो सकता है। इससे वैश्विक आर्थिक वातावरण में स्थिरता आने की उम्मीद के चलते भारतीय बाजार को भी समर्थन मिला।

सेक्टरवार प्रभाव

  • डिफेंस सेक्टर: इस तरह के माहौल में डिफेंस कंपनियों को निवेशकों का विशेष ध्यान मिला है। कुछ डिफेंस स्टॉक्स ने शानदार रिटर्न दिए हैं।

  • ऑटो सेक्टर: ऑटो कंपनियों में भी तेजी देखने को मिली — ईंधन-कीमती, विनिर्माण और घरेलू मांग को लेकर उम्मीदें बढ़ी हैं।

  • फार्मा सेक्टर: फार्मा कंपनियों के शेयरों में भी सकारात्मक रुख रहा, विशेषकर क्योंकि स्वास्थ्य-प्रौद्योगिकी और दवा निर्यात को संभावित गति मिलने की उम्मीद है।

आगे की चुनौतियाँ और ध्यान देने योग्य बातें

हालाँकि बाजार ने तेजी दिखाई है, लेकिन कुछ सावधानियाँ भी हैं:

  • यदि अमेरिका-भारत व्यापार समझौते में देर हुई या टैरिफ-मुद्दे पर अटका रहा, तो बाजार को झटका लग सकता है।

  • फेड द्वारा दर कटौती यदि अपेक्षा के मुताबिक धीमी हुई तो निवेशकों की उम्‍मीदें कमजोर हो सकती हैं।

  • डिफेंस और ऑटो-सेक्टर में बढ़ी कीमतें निवेश ध्यान खींच रही हैं, मगर इन कंपनियों की कार्यक्षमता, उधार व ऑर्डर बुक जैसी बुनियादी बातें भी मायने रखती हैं। उदाहरण के लिए, एक डिफेंस कंपनी ने हाल ही में ऑर्डर बुक में अच्छी वृद्धि जाहिर की है।

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