
रिलायंस इंडस्ट्रीज की 48वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) में चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कई बड़ी घोषणाएँ कीं। सबसे अहम घोषणा जियो को लेकर रही। उन्होंने बताया कि रिलायंस जियो अब 500 मिलियन यानी 50 करोड़ से अधिक ग्राहकों तक पहुँच चुकी है। यह संख्या अमेरिका (340 मिलियन), यूनाइटेड किंगडम (67 मिलियन) और फ्रांस (65 मिलियन) की कुल जनसंख्या से भी ज्यादा है।
मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस जियो का IPO (Initial Public Offering) वर्ष 2026 की पहली छमाही (H1 2026) में बाजार में लाया जाएगा। यह कदम निवेशकों के लिए एक ऐतिहासिक अवसर साबित हो सकता है। अंबानी ने निवेशकों को आश्वस्त किया कि जियो IPO न केवल भारत का बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सबसे आकर्षक निवेश विकल्पों में से एक होगा।
जियो ने मात्र 9 वर्षों में 500 मिलियन ग्राहकों का आँकड़ा पार किया है। कंपनी ने भारत के टेलीकॉम सेक्टर में सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली कंपनी होने का रिकॉर्ड बनाया है। AGM में अंबानी ने यह भी कहा कि जियो का डिजिटल इकोसिस्टम आने वाले वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था को और मजबूती देगा।
बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, जियो IPO भारत के इतिहास का सबसे बड़ा सार्वजनिक निर्गम (Public Issue) हो सकता है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस IPO के जरिए कंपनी $20 बिलियन से $25 बिलियन तक का फंड जुटा सकती है। इससे जियो का वैल्यूएशन $120 बिलियन से $150 बिलियन के बीच पहुँच सकता है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का स्टॉक भी AGM के बाद बाजार में हलचल पैदा कर गया। निवेशकों को उम्मीद है कि जियो की लिस्टिंग के बाद RIL शेयरधारकों को और ज्यादा रिटर्न मिल सकता है।
AGM में अंबानी ने कहा कि जियो केवल एक टेलीकॉम कंपनी नहीं बल्कि डिजिटल भारत के विज़न को साकार करने वाली शक्ति है। उन्होंने जियोफाइनेंशियल, जियोसिनेमा और जियोसैट जैसी सेवाओं के विस्तार की भी जानकारी दी।



