
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज़ विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। कोहली ने 12 मई को सोशल मीडिया के माध्यम से यह सूचना साझा की, जिससे उनके प्रशंसकों और क्रिकेट प्रेमियों को एक बड़ा झटका लगा है।
अपने भावनात्मक संदेश में कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को “चरित्र निर्माण करने वाला प्रारूप” बताया और कहा कि यह सफर उनके लिए बेहद खास रहा है। उन्होंने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था और अपने 13 साल के करियर में कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल कीं।
कोहली ने 123 टेस्ट मैचों में 9,000 से ज्यादा रन बनाए, जिसमें 30 शतक और कई यादगार पारियां शामिल हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने विदेशों में कई ऐतिहासिक जीतें दर्ज कीं, खासकर 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज़ जीत को हमेशा याद किया जाएगा।
कोहली के इस फैसले से पहले रोहित शर्मा भी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं, जिससे भारतीय टेस्ट टीम में एक नई पीढ़ी के उभार की जरूरत सामने आ गई है। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि कोहली का जाना भारतीय क्रिकेट के उस युग का अंत है, जिसमें टीम ने आक्रामकता और आत्मविश्वास के साथ खेलना सीखा।
