ज्ञानवापी परिसर के सर्वे को लेकर अयोध्या के साधु संतों ने खुशी जताई
ज्ञानवापी परिसर के सर्वे को लेकर अयोध्या के साधु संतों ने खुशी जताई
ज्ञानवापी परिसर के सर्वे को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले पर अयोध्या के साधु संतों की प्रतिक्रिया सामने आई है।उन्होंने कोर्ट के फैसले पर खुशी जताई है।वही अयोध्या हनुमानगढ़ी के पुजारी राजूदास ने कहा कि हाईकोर्ट का जो फैसला आया है हम उसका स्वागत करते हैं। मुझे संविधान में आस्था है. हिंदुस्तान के मुसलमानों को आगे आकर इस चीज बात को कहना चाहिए कि हमारे पूर्वजों ने जो भूल की है उसको हम सुधार कर सकते हैं।सिर्फ जिद की वजह से मंदिर का जो आकार था उसको ध्वस्त किया गया।इस मामले में एएसआई सर्वे को लटकाने, भटकाने और फंसाने की कोशिश करना दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन मुझे संविधान पर भरोसा और कोर्ट पर विश्वास था और कोर्ट ने जो फैसला दिया है वे स्वागत योग्य है।तो वही तपस्वी छावनी के जगतगुरु परमहंस आचार्य ने भी हाईकोर्ट के फैसले को न्याय और सत्य की जीत कहा. उन्होंने कहा कि ये सभी सनातनी हिंदुओं के धैर्य की भी जीत है. संविधान के रास्ते में देर भले हो लेकिन जीत अवश्य मिलती है. इसलिए अब बहुत जल्दी सत्य उजागर होने वाला है. जिस तरह से अंधेरा चंद मिनट के लिए सूर्य को भले ढक ले हमेशा के लिए नहीं ढक सकता है उसी तरह भारतीय संस्कृति विरोधी विचारधारा सत्य को विलुप्त नहीं कर सकता है. अब बहुत जल्दी वहां पर बाबा विश्वनाथ का अभिषेक पूजन शुरू होगा.