हम इजरायल के ऊपर अत्याचार करने वालों के विरोध में खड़े हैं
हम इजरायल के ऊपर अत्याचार करने वालों के विरोध में खड़े हैं
हम उन सबके विरोध में हैं और उन सब को समाप्त करना चाहते हैं जो भारत की नहीं जो पूरे विश्व के कण-कण की सुंदरता और आजादी को छीनना जो चाहता है- गणेशी लाल (गवर्नर उड़ीसा)
हम सब का सौभाग्य है कि आपका आशीर्वाद का कवच लेकर देश का माननीय प्रधानमंत्री जिसको नरेंद्र भाई कहते हैं। ऐसा लगता है जैसे फिर से किसी विवेकानंद ने जन्म लिया है। फिर से कोई शिवा भारत में उपस्थित हुआ है। फिर से कोई राम पैदा हुआ है राम का भक्त पैदा हुआ है। राम का प्रिय पैदा हुआ है राम का दीवाना परवाना मस्ताना पैदा हुआ है जो पूरे विश्व को एक करने के लिए चला है-गणेशी लाल (गवर्नर उड़ीसा)
यह जो भव्य और दिव्य मंदिर बनकर खड़ा होगा और जिसका 22 जनवरी को माननीय प्रधानमंत्री जी उद्घाटन करने वाले हैं। यह पूरे विश्व को प्रकाशमान करने के लिए है- गणेशी लाल (गवर्नर उड़ीसा)
उड़ीसा के गवर्नर और भाजपा हरियाणा इकाई के पूर्व अध्यक्ष गणेशी लाल ने अयोध्या में न सिर्फ भारत और इजरायल युद्ध को लेकर बड़ा बयान दिया बल्कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना विवेकानंद शिवाजी से करते हुए उन्हें श्री राम का ऐसा दीवाना परवाना और मस्ताना बता दिया जो पूरे विश्व को एक करने चला है ।
अयोध्या की रामलीला में बोलते हुए उड़ीसा के गवर्नर ने श्री राम और उनके भव्य मंदिर को लेकर भी बड़ी बात कही उन्होंने कहा करोड़ सूर्य एक साथ उग आए तब भी उनके नाखून के चमक की बराबरी नहीं कर सकते यह जो भव्य और दिव्य मंदिर बनकर खड़ा होगा और जिसका 22 जनवरी को माननीय प्रधानमंत्री जी उद्घाटन करने वाले हैं यह पूरे विश्व को प्रकाशमान करने के लिए है।
गणेशी लाल (गवर्नर उड़ीसा) … दुनिया हिस्सों में बटी होगी, लेकिन हम जो हैं कोई इजरायल के साथ नहीं लेकिन हम इजरायल के ऊपर अत्याचार करने वालों के विरोध में खड़े हैं हम उन सबके विरोध में हैं और उन सब को समाप्त करना चाहते हैं जो भारत की नहीं जो पूरे विश्व के कण-कण की सुंदरता को माधुर्य को भाव को , रस को , आजादी को छीनना जो चाहता है उसके लिए भारत भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है आपने अभी देखा है ।
गणेशी लाल (गवर्नर उड़ीसा) … आपने अभी देखा है जी-20 को जी-21 बनाने का श्रेय अगर किसी को जाता है दुनिया में तो वह भारत के प्रधानमंत्री को जाता है हम ऐसे नहीं कहते बसुधेय कुटुंबकम , हम ऐसे नहीं कहते कि यह पूरा विश्व हमारा परिवार है हम इसको वास्तव में जीते हैं खाते हैं, पीते हैं ,मरते हैं ,चलते हैं , रोते हैं, हंसते हैं, स्वप्न लेते हैं ,सोते हैं हमारा यह विचार हमारे रक्त के कण-कण में, आयु के क्षण- क्षण में , जीवन के पल-पल में समाया हुआ है और यह हम सब का सौभाग्य है मित्रों , माताओ बहनों हम सब का सौभाग्य है कि आपका आशीर्वाद का कवच लेकर देश का माननीय प्रधानमंत्री जिसको नरेंद्र भाई कहते हैं, ऐसा लगता है जैसे फिर से किसी विवेकानंद ने जन्म लिया है फिर से कोई शिवा भारत में उपस्थित हुआ है फिर से कोई राम पैदा हुआ है राम का भक्त पैदा हुआ है राम का प्रिय पैदा हुआ है, राम का दीवाना परवाना मस्ताना पैदा हुआ है जो पूरे विश्व को एक करने के लिए चला है ।
गणेशी लाल (गवर्नर उड़ीसा)…1 लाख नहीं करोड़ सूर्य एक साथ उग आए आसमान पर उन सब की चमक श्री राम के नाखून के चमक की बराबरी नहीं कर सकती वह श्री राम है अब लोग अगर हमसे पूछे कि अयोध्या कैसी है मंदिर कैसा है तो भाई प्रज्ञा चक्षु और दिव्य चक्षु के बिना कौन देख सकता है ! कुबेर की 1000 आंखें नहीं देख सकती, इंद्र की 100 आंखें उनको नहीं देख सकती , मैं दो आंखो वाला जिसको कुछ दिखता ही नहीं है वह कैसे देख सकता है उनको लेकिन यह जो भव्य और दिव्य मंदिर बनकर खड़ा होगा और जिसका 22 जनवरी को माननीय प्रधानमंत्री जी उद्घाटन करने वाले हैं यह पूरे विश्व को प्रकाशमान करने के लिए है हम पढ़ते हैं इंटरनेशनलिजम, नेचुरल रिवॉल्यूशन , ऐसे प्रकाश पुंज का वह भारतवर्ष राष्ट्रीयता को स्वयं से जन्म देती है ।