ग्राम पंचायतों में नहीं हो रही फॉगिंग, मच्छरों से लोग परेशान

कोरोना संक्रमण धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। जिले में कुल सक्रिय केस 16 बताए जा रहे हैं। वहीं गर्मी बढ़ने के साथ गांव में मच्छरों का प्रकोप भी तेजी से बढ़ रहा है। इसके बाद भी मलेरिया नियंत्रण विभाग चुप्पी साधे हुए है। शहर का हिस्सा बन चुकी कई ग्राम पंचायतों में हालात ज्यादा खराब हैं।
जानकारी के मुताबिक जिले के अधिकांश ग्राम पंचायतों में स्वच्छता समिति का खाता तक नहीं खुल सका है। खाता खुलवाने की मांग को लेकर राष्ट्रीय पंचायतीराज ग्राम में प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष उमापति त्रिपाठी और जिला प्रभारी दिनेश शुक्ला सहित कई प्रधानों ने डीएम को ज्ञापन भी सौंपा था। लेकिन विभागीय अफसरों की लापरवाही से गांव में साफ- सफाई और फॉगिंग व्यवस्था परवान नहीं चढ़ सकी। जिसकी वजह से मलेरिया और डेंगू का खतरा मंडराने लगा है। ग्रामीण क्षेत्रों में रात के अंधेरे के साथ ही दिन के उजाले में भी मच्छरों का प्रकोप है।
गांव में फॉगिंग कोरोना संक्रमण के दौरान औपचारिक तौर पर कराई गई है। नियमित फॉगिंग नहीं होने के चलते भी मच्छरों का प्रकोप बढ़ा है। एंटी लार्वा का छिड़काव अब तक हुआ ही नहीं है। वहीं लोगों का कहना है कि सफाई व्यवस्था दुरुस्त न होने के कारण मच्छरों का प्रकोप है। गांव में बनी नालियां की सही से सफाई नहीं कराई गई है। इससे ही मच्छर पनप रहे हैं और फॉगिंग भी नियमित नहीं की जा रही है।