
भारत और पाकिस्तान के बीच अटारी-वाघा सीमा पर स्थित बीटिंग रिट्रीट (Beating Retreat) समारोह को 12 दिनों के अंतराल के बाद फिर से शुरू किया गया है। यह समारोह 8 मई को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा कारणों से स्थगित कर दिया गया था, जिसमें 26 नागरिकों की जान गई थी।
समारोह की पुनः शुरुआत के साथ, भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) और पाकिस्तान रेंजर्स ने एक-दूसरे के साथ परंपरागत रूप से ध्वज उतारने की प्रक्रिया का पालन किया। हालांकि, सुरक्षा कारणों से इस बार दोनों देशों के सैनिकों ने एक-दूसरे से हाथ नहीं मिलाया और सीमा पर लगे गेट को भी बंद रखा गया।
इसके अतिरिक्त, गुरु ग्रंथ साहिब को भी गुरुद्वारों में वापस लाया गया है, जो पहले सुरक्षा कारणों से सीमा पर स्थित गुरुद्वारों में रखे गए थे। गुरु ग्रंथ साहिब की वापसी से सिख समुदाय में खुशी की लहर है, और यह धार्मिक भावनाओं की पुनः प्रतिष्ठा का प्रतीक है।
समारोह की पुनः शुरुआत और गुरु ग्रंथ साहिब की वापसी से यह संकेत मिलता है कि दोनों देशों के बीच तनाव के बावजूद, सांस्कृतिक और धार्मिक संबंधों को पुनः स्थापित करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।