
🔴 मामले की पृष्ठभूमि:
इंदौर के नवविवाहित कपल राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की मेघालय यात्रा एक दिल दहला देने वाले क्राइम में तब्दील हो गई। 23 मई को यह जोड़ा मेघालय के सोहरा इलाके से लापता हुआ था और 2 जून को राजा का शव खाई से बरामद हुआ। 17 दिन की छानबीन के बाद पुलिस ने इस मामले में सोनम को 9 जून की सुबह यूपी के गाजीपुर जिले के नंदगंज इलाके के एक ढाबे से गिरफ्तार किया।
📅 घटनाक्रम की प्रमुख तिथियाँ:
- 23 मई: मेघालय के सोहरा से राजा-सोनम लापता।
- 2 जून: राजा का शव एक खड्ड से बरामद, पास में धारदार हथियार मिला।
- 8 जून: एक स्थानीय गाइड अल्बर्ट पीडी ने खुलासा किया कि सोनम को तीन अजनबी युवकों के साथ जाते देखा था।
- 9 जून, सुबह 3–4 बजे: सोनम गाज़ीपुर के नंदगंज स्थित एक ढाबे पर पहुंची और अपने भाई को वीडियो कॉल की।
📱 गाज़ीपुर ढाबे की घटना:
ढाबा संचालक के अनुसार, सोनम ने बेहद घबराए हुए अंदाज़ में ढाबा मालिक का मोबाइल मांगा और अपने भाई को वीडियो कॉल किया।
फोन पर उसने कहा:
“मैं ठीक हूं, लेकिन पुलिस मुझे पकड़ लेगी… जल्दी आओ।”
संचालक को महिला का व्यवहार संदिग्ध लगा और उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
नंदगंज पुलिस मौके पर पहुंची और सोनम को हिरासत में लिया। साथ ही उसके साथ मौजूद तीन संदिग्ध युवक भी गिरफ्तार किए गए।
🕵️♀️ पुलिस की शुरुआती जांच क्या कहती है?
मेघालय पुलिस के अनुसार, शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि सोनम ने जानबूझकर पति राजा की हत्या की साजिश रची। गाइड अल्बर्ट पीडी की गवाही के मुताबिक, कपल ने उसकी गाइड सर्विस ठुकराई थी और अगली सुबह सोनम तीन अज्ञात युवकों के साथ अलग रास्ते पर जाती देखी गई थी।
राजा का शव एक खड्ड में मिला, पास ही हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार ‘दाओ’ बरामद किया गया।
🧩 हत्या या साजिश?
- पुलिस को शक है कि सोनम ने तीन स्थानीय हमलावरों के साथ मिलकर राजा की हत्या करवाई।
- सोनम की गिरफ्तारी के बाद उससे गहन पूछताछ की जा रही है।
- साथ पकड़े गए तीनों युवकों की भी भूमिका की जांच हो रही है।
🗣️ परिवार की मांग: CBI जांच हो
राजा रघुवंशी के परिवार ने मामले की CBI जांच की मांग की है। परिजनों का आरोप है कि यह केवल हत्या नहीं, बल्कि एक गहरी साजिश है जिसमें कई लोग शामिल हो सकते हैं।
📌 निष्कर्ष:
सोनम की गिरफ्तारी से इस केस ने एक बड़ा मोड़ ले लिया है। पति-पत्नी की हनीमून ट्रिप अब एक साज़िश, विश्वासघात और हत्या की सनसनीखेज कहानी बन चुकी है। आगे की जांच से ही यह तय होगा कि सोनम का इस पूरी साजिश में क्या मुख्य उद्देश्य था — और कौन-कौन इसमें उसका साथ दे रहा था।